कोरोना संक्रमण की वजह से स्कूल कॉलेज फिलहाल 31 जुलाई तक बंद हैं। सिर्फ शिक्षकों को रोज स्कूल पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षक स्कूल आने से वंचित बच्चों का सर्वे करने के साथ ही स्कूलों को सजाने-संवारने में जुटे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने इसके लिए 20 सितंबर तक कायाकल्प अभियान चलाया है।
पिछले करीब चार माह से कोरोना संक्रमण की वजह से स्कूल कॉलेज बंद हैं। अभी एक जुलाई से परिषदीय स्कूल खोले गए हैं। जिनमें केवल शिक्षक ही पहुंच रहे हैं। कक्षाएं संचालित न होने के कारण बच्चों को अभी स्कूल नहीं बुलाया जा रहा है। फलस्वरूप बेसिक शिक्षा विभाग प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों की साज-सज्जा में फोकस कर रहा है। इस समय स्कूलों में शौचालय, स्वच्छ पेयजल, फर्श, रैंप निर्माण, विद्युतीकरण, हैंडपंप, हैंडवॉश यूनिट आदि 14 बिंदुओं पर काम कायाकल्प अभियान के तहत कराया जाना है। ग्राम पंचायत के जरिए होने वाले इन कार्यों को कराने की जिम्मेदारी शिक्षकों को दी गई है। स्कूलों में कराए जाने वाले कार्यों की सूची तैयार कर शिक्षक गूगल एप में पूरा विवरण लोड करा रहे हैं। इसी के आधार पर ग्राम पंचायत के जरिए कार्य कराया जाएगा। बीएसए प्रकाश सिंह का कहना है कि कायाकल्प अभियान के तहत स्कूलों में कार्य कराया जा रहा है। शिक्षकों से पूरा विवरण मांगा गया है। जिसकी जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है।