किसानों को वितरित किए गए मृदा स्वास्थ्य कार्ड
नेशनल मिशन आन सस्टेनेवल एग्रीकल्चर के तहत 96 गांवों के चयनित किसानों को मृदा स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी देकर प्रशिक्षित किया गया। किसानों के बीच मृदा स्वास्थ्य कार्ड बांटे गए। कृषि वैज्ञानिकों के...
नेशनल मिशन आन सस्टेनेवल एग्रीकल्चर के तहत 96 गांवों के चयनित किसानों को मृदा स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी देकर प्रशिक्षित किया गया। किसानों के बीच मृदा स्वास्थ्य कार्ड बांटे गए। कृषि वैज्ञानिकों के खेती बारी की आधुनिक विधियां बताकर ज्यादा उत्पादन प्राप्त करने के तरीके बताए।
शनिवार को डा. भीमराव आंबेडकर जन्म दिवस के अवसर पर बैहार गांव में कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां 96 गांवों के किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए गए। किसानों को मृदा के स्वास्थ्य सुदृढीकरण का प्रशिक्षण दिया गया। उप कृषि निदेशक टीपी शाही ने कहा कि प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य मृदा उर्वरता व उत्पादकता में वृद्धि करना है। साथ ही संकलित उर्वरकों के प्रयोग से कम लागत में अधिक पैदावार हो सके। विषय वस्तु विशेषज्ञ सुनील कुमार सिंह ने कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं किसान पारदर्शी योजना, मृदा स्वास्थ्य सुदृढीकरण, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, बीज ग्राम योजना के बारे में बताते हुए किसानों को लाभ लेने के लिए कहा। किसानों से कहा कि संतुलित उर्वरकों का प्रयोग करें। फसल के अनुरूप जैविक उर्वरक व पौधों में आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति करें। मृदा में जीवांश कार्बन की पूर्ति के लिए वर्मी कम्पोस्ट का प्रयोग करें। हरी खाद प्राप्त करने के लिए ढैचा सनई की बुवाई करें। मृदा पीएच व मृदा स्वास्थ्य के बारे में किसानों को जागरूक किया। सहायक विकास अधिकारी कृषि दयाशंकर ने 12 पैरामीटर पर मृदा नमूने के विश्लेषण व मृदा नमूना लेने की विधियां बताई। सुभाष सिंह, जितेन्द्र सिंह ने किसानों को मृदा परीक्षण के परिणामों के बारे में बताया। यहां कई किसानों का आनलाइन पंजीकरण भी किया गया। इस मौके पर प्रधान रामचन्द्र यादव, भरत विश्वकर्मा, छत्रपाल कुशवाहा, रामनरेश वर्मा, कमलेश, नरेन्द्र सिंह आदि मौजूद रहे।