जनसंख्या नियंत्रण के साथ पर्यावरण संरक्षण का दिलाया संकल्प
चित्रकूट, संवाददाता। विश्व जनसंख्या दिवस पर सोमवार को दीनदयाल शोध संस्थान के कौशल विकास...
चित्रकूट, संवाददाता। विश्व जनसंख्या दिवस पर सोमवार को दीनदयाल शोध संस्थान के कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के वित्त पोषित जन शिक्षण संस्थान के कार्यकर्ताओं ने स्वावलंबन केंद्र भुजौली में बढ़ती हुई जनसंख्या के दुष्परिणाम थीम के साथ विश्व जनसंख्या दिवस मनाया। संस्थान के निदेशक रमाशंकर त्रिपाठी ने विश्व की बढ़ती हुई जनसंख्या पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि हर वर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। इस दिन बढ़ती आबादी से जुड़ी समस्याओं के प्रति लोगों को जागरुक करना है। जनसंख्या वृद्धि भुखमरी का सबसे बड़ा कारण है। भारत जैसे विकासशील देश अपनी आबादी और जनसंख्या के बीच तालमेल बैठाने में चिंतित हैं, तो विकसित देश पलायन और रोजगार की चाह में बाहर से आकर रहने वाले शरणार्थियों की वजह से परेशान हैं। ऐसे में अधिक से अधिक पौधरोपण कर उनका संवर्धन व जल संरक्षण पर काम करें। प्रबंध मंडल की सदस्य बबिता सिंह ने बताया कि बढ़ती जनसंख्या आज वैश्विक समस्या बन चुकी है। प्रकृति के सीमित संसाधन और वर्तमान जनसंख्या के प्रति सजग होने की जरूरत है। सहायक परियोजना समन्वयक अनिल कुमार सिंह ने बताया कि जनसंख्या विस्फोट को नियंत्रित करना एक बड़ी चुनौती है। जिसका प्रभाव संसाधनों की आपूर्ति पर पड़ रहा है। ऐसे में जनसंख्या-नियंत्रण के संकल्प के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लें। अब हम दो हमारे एक के सिद्धांत का अनुसरण कर देश की तीव्र प्रगति में अपना योगदान दें। राष्ट्र को सशक्त-समृद्ध बनाएं। प्राकृतिक खेती को अपनाकर अपनी मृदा का संरक्षण व संवर्धन करें। इस मौके पर राजेश द्विवेदी, प्रधानाध्यापक रमाकांत द्विवेदी, जितेंद्र सिंह, प्रभाकर मिश्र आदि मौजूद रहे।
