भूसे का भुगतान न मिलने पर प्रधान देंगे इस्तीफा
आवारा गोवंशों को प्रशासन ने गांव प्रधानों पर दबाव बनाकर गोशालाओं में बंद तो करा दिया। लेकिन भूसे आदि का पूरा भुगतान न मिलने का आरोप लगाकर प्रधानों ने प्रशासन को चेताया है कि 25 अगस्त तक का भुगतान न...
आवारा गोवंशों को प्रशासन ने गांव प्रधानों पर दबाव बनाकर गोशालाओं में बंद तो करा दिया। लेकिन भूसे आदि का पूरा भुगतान न मिलने का आरोप लगाकर प्रधानों ने प्रशासन को चेताया है कि 25 अगस्त तक का भुगतान न हुआ तो गोशालाओं से गोवंश छोड़कर सामूहिक इस्तीफा दे देंगे।
शुक्रवार को प्रधान संघ कर्वी अध्यक्ष दिव्या त्रिपाठी की अगुवाई में दर्जनों गांवों के प्रधान कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां डीएम को दिए ज्ञापन में कहा कि एक वर्ष से वह गोशाला का संचालन कर रहे हैं। पूरे जिले में 28 हजार गोवंश गोशालाओं में हैं। जिनके भूसे का भुगतान 9 करोड़ 24 लाख रुपए होना चाहिए लेकिन महज तीन करोड़ का भुगतान किया गया। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारी प्रधानों के भ्रष्ट होने के आरोप लगा रहे हैं। सवाल ये है कि जब भुगतान ही नहीं पूरा हुआ तो भ्रष्टाचार कैसे हो गया। इसके अलावा अस्थाई गोशालाओं के निर्माण से लेकर अन्य खर्चे प्रधानों ने खुद किए हैं। लेकिन कोई भुगतान नहीं मिला। भूसा बैंक तैयार करने के साथ गोवंश संरक्षण में हर संभव प्रयास करने के बावजूद प्रधानों को दोषी माना जा रहा है। चेताया कि 25 अगस्त तक गोवंश संरक्षण का भुगतान न मिलने पर व्यवस्थित गोवंशो को छोड़कर इस्तीफा देंगे।