खेल का युवाओं के जीवन में अहम योगदान
बुधवार को खेल दिवस के मौके पर ग्रामोदय विश्वविद्यालय में एक गोष्ठी आयोजित हुई। जिसमें भारतीय हाकी टीम के मेंटर डॉ. प्रेमशंकर शुक्ल को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही खेलों का आयोजन भी हुआ। जिसमें...
बुधवार को खेल दिवस के मौके पर ग्रामोदय विश्वविद्यालय में एक गोष्ठी आयोजित हुई। जिसमें भारतीय हाकी टीम के मेंटर डॉ. प्रेमशंकर शुक्ल को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही खेलों का आयोजन भी हुआ। जिसमें खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।
गोष्ठी में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरेशचंद्र गौतम ने कहा कि किताबी ज्ञान के साथ खेल विधा में भी पारंगत होना आवश्यक है। खेल विधा का युवाओं के जीवन में विशेष योगदान होता है। खेल व्यक्ति को स्वस्थ और अनुशासन प्रिय बनाता है। खेल दिवस में योगासन, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, बालीबाल प्रतियोगिताएं आयोजित हुई। प्रतियोगिता का आयोजन महिला और पुरुष वर्ग में अलग-अलग संपन्न कराया गया। भारतीय खेल प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी और भारतीय हाकी टीम के मेंटर डॉ. प्रेम शंकर शुक्ल का सम्मान भी किया गया। इसके पहले कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति प्रो. गौतम ने पवन पुत्र हनुमान की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ किया। इसके बाद कुलपति ने टेबल टेनिस खेलकर प्रतियोगिताओं का उदघाटन किया। इस दौरान विश्वविद्यालय के खेल अधिकारी डॉ. विनोद कुमार सिंह, डॉ. विजय सिंह, डॉ. तुषारकांत शास्त्री आदि मौजूद रहे।