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शिवालयों में भक्तों ने तोड़ी सोशल डिस्टेंसिंग, किया जलाभिषेक

चित्रकूट। संवाददाता सावन माह के पहले सोमवार को शिवालयों में इस कदर भूत

चित्रकूट। संवाददाता
  
 सावन माह के पहले सोमवार को शिवालयों में इस कदर भूत
1/ 3चित्रकूट। संवाददाता सावन माह के पहले सोमवार को शिवालयों में इस कदर भूत
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 सावन माह के पहले सोमवार को शिवालयों में इस कदर भूत
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 सावन माह के पहले सोमवार को शिवालयों में इस कदर भूत
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हिन्दुस्तान टीम,चित्रकूटTue, 27 Jul 2021 05:01 AM
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चित्रकूट। संवाददाता

सावन माह के पहले सोमवार को शिवालयों में इस कदर भूत भावन भगवान शंकर के भक्तों की भीड़ उमड़ी कि सोशल डिस्टेंसिंग धड़ाम हो गई। प्रशासन और मंदिर प्रबंधन के कार्यकर्ता भक्तों की भीड़ को संभाल नहीं पाए। पहले ही सोमवार को शिवालयों में जमकर अव्यवस्थाओं का बोलबाला रहा। चित्रकूट के मत्स्यगजेन्द्र नाथ मंदिर में तड़के से ही भक्तों का सैलाब पहुंच गया था। पुलिस प्रशासन के नाम पर मंदिर के भीतर सिर्फ एक ही सिपाही की तैनाती कर रस्म अदायगी की गई। सुबह छह बजे मंदिर में प्रशासनिक अमला मुस्तैद नजर नहीं आया। यही हाल सोमनाथ मंदिर चर, मड़फा मंदिर आदि में भी रहा।

कोरोना महामारी से बचने के लिए मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूरी है। लेकिन सावन के पहले सोमवार को शिवालयों में भगवान भोलेनाथ के पूजन-दर्शन को इस कदर भीड़ उमड़ी कि मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी की तैयारियां धरी रह गई। धर्मनगरी के मत्स्यगजेन्द्रनाथ मंदिर में आधी रात के बाद से भोर में ही श्रद्धालुओं का जुटना शुरू हो गया। लेकिन मंदिर प्रशासन ने साढ़े चार बजे मंदिर गेट खोला। जब कि इसके पूर्व भारी भीड़ जुट गई। मंदिर में महज एक सिपाही व मंदिर के एक कार्यकर्ता की तैनाती रही। महिलाओं बच्चों की लाइन नहीं लगावाई। मनमाने तरीके से जलाभिषेक को मंदिर में प्रवेश कर रहे थे। इस दौरान हुई अव्यवस्थाओं में कई अस्वस्थ्य, असहाय व महिलाएं बगैर जलाभिषेक के लौट गए। सुरक्षा के लिए मंदिर में पुलिस प्रशासन व मंदिर प्रशासन पूरी तरह से बेपरवाह रहा। मारामारी के बीच श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी में डुबकी लगाकर महाराजधिराज मत्स्यगजेन्द्रनाथ का जलाभिषेक किया। इसके बाद श्रद्धालुओं ने भगवान कामदनाथ स्वामी मंदिर पहुंचकर पूजन-दर्शन परिक्रमा लगाई। यही हाल सोमनाथ मंदिर चर, मड़फा मंदिर आदि में भी रहा। पहले सोमवार में शिवालयों में भारी अव्यवस्थाएं रहीं है। इसके बावजूद शिव भक्त जलाभिषेक के प्रयास में जुटे रहे तो कई धक्का-मुक्की के बीच बगैर जलाभिषेक बाहर आ गए।

बेतरतीब खडे़ रहे वाहन, नहीं दिखी पुलिस

धर्मनगरी रामघाट में मत्स्यगजेन्द्रनाथ मंदिर में सुबह भारी भीड़ जुट गई। पुलिस प्रशासन पूरी तरह से नदारद रहा। मंदिर में एक सिपाही की तैनाती की गई। जो अकेले भीड़ में असहाय दिखा। वहीं मंदिर के बाहर किसी की तैनाती न होने के चलते लोगों ने बेरतीब वाहन खड़ा कर दिए। वाहन कहां तक पहुंचेंगे। इसका भी निर्धारण नहीं किया गया। लाखों में जुटने वाली भीड़ को लेकर मंदिर प्रशासन भी बेपरवाह बना रहा। महज एक कार्यकर्ता को ही मंदिर में लगाया गया। ऐसे भीड़ के बेतरतीब जुटने पर हादसा हो सकता था।

पालेश्वरनाथ मंदिर में जलाभिषेक को जुटे श्रद्धालु

पहाड़ी। पालेश्वर नाथ मंदिर में सावन के पहले सोमवार को सुबह से ही भीड़ जुटने लगी। मंदिर में शिव भक्तों ने जलाभिषेक कर पूजन-दर्शन किया। मंदिर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन ने दो-दो महिला-पुरूष कांस्टेबिल तैनात किए थे। जिसके चलते यहां पर श्रद्धालुओं को भगवान के दर्शन पूजन में अव्यवस्थाएं नहीं हुई। श्रद्धालुओं ने बडे़ उल्लास के साथ हर-हर महादेव के जयकारों के साथ शिव का पूजन अर्चन किया।

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