अतिक्रमण हटाने में प्रशासन अपना रहा दोहरे मापदंड
चित्रकूट। संवाददाता धर्मनगरी के विकास में असरदार अतिक्रमणकारी बाधक है। प्रशासन भी इनके सामने...
चित्रकूट। संवाददाता
धर्मनगरी के विकास में असरदार अतिक्रमणकारी बाधक है। प्रशासन भी इनके सामने बौना साबित हो रहा है। सड़क निर्माण के लिए अतिक्रमण हटाने के नाम पर प्रशासन दोहरे मापदंड अपना रहा है। गरीबों की झोपड़ियों को हटाकर निर्धारित मानक में सड़क बनाई जा रही है, लेकिन असरदारों के घरों के सामने सड़क को सिकोड़कर कम चौड़ाई में बनवाते हुए उनको बचाने का काम चल रहा है।
प्रदेश सरकार राम की तपोभूमि धर्मनगरी चित्रकूट को पर्यटन विकास के दृष्टिकोण से विकसित करने का काम कर रही है। इसके तहत चित्रकूट में सड़कों का चौड़ीकरण किया जा रहा है। काफी हद तक काम हो चुका है। मौजूदा समय में टेंपो स्टैंड से रामघाट निर्मोही अखाड़ा तक बाईं तरफ सड़क चौड़ी की जा रही है। यहां पर असरदार लोगों ने सड़क पर अपने मकान बना रखे हैं। प्रशासन ने गरीबों की झुग्गी-झोपडी तो हटवा दी हैं, लेकिन इन असरदारों के किए गए अतिक्रमण को हटवाने में प्रशासन बौना साबित हो रहा है। केवल खानापूरी के नाम पर आगे की तरफ प्रशासन ने थोड़ा बहुत अतिक्रमण हटवाया है। ऐसे में कहीं चौड़ी तो कहीं पर सिकुडी हुई सड़क बन रही है। इसी मार्ग से प्रतिदिन जिले के जिम्मेदार अधिकारियों का आवागमन रहता है। अक्सर अधिकारी रामघाट घूमने पहुंचते हैं। अमावस्या मेले के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने के दौरान यहां पर जाम की नौबत बनी रहती है। इसी मार्ग से होकर सतना के लिए वाहनों का आवागमन भी होता है। अधिशाषी अभियंता पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड अरविंद कुमार का कहना है कि सड़क निर्माण के लिए मानक निर्धारित हैं, उसी आधार पर अतिक्रमण हटवाकर सड़क बनाई जाएगी। इसमें किसी तरह का भेदभाव नहीं होगा।