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दुस्साहस: चंदौली में खनन माफियाओं ने वन टीम पर की फायरिंग

कोतवाली क्षेत्र के छित्तमपुर पहाड़ी पर मंगलवार की रात पत्थर खनन माफियाओं ने वनकर्मियों पर फायरिंग कर दी। जवाब में वनकर्मियों ने भी फायरिंग की। दोनों ओर से करीब आठ राउंड फायरिंग की गई। हालांकि पत्थर...

दुस्साहस: चंदौली में खनन माफियाओं ने वन टीम पर की फायरिंग
चकिया (चंदौली)। हिन्दुस्तान संवादWed, 28 Feb 2018 09:03 PM
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कोतवाली क्षेत्र के छित्तमपुर पहाड़ी पर मंगलवार की रात पत्थर खनन माफियाओं ने वनकर्मियों पर फायरिंग कर दी। जवाब में वनकर्मियों ने भी फायरिंग की। दोनों ओर से करीब आठ राउंड फायरिंग की गई। हालांकि पत्थर खनन माफिया अंधेरे का लाभ उठाकर फरार हो गए। वन कर्मियों ने पत्थर से लदे एक ट्रैक्टर को कब्जे में ले लिया। वनकर्मियों ने कोतवाली में एक नामजद व दस अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।   

काशी वन्य जीव प्रभाग के पहाड़ियों में लंबे समय से अवैध पत्थर खनन का धंधा चल रहा है। जिला प्रशासन के लाख प्रयासों के बाद भी हौसला बुलंद खनन माफिया बाज नहीं आ रहे है। चकिया रेंजर ताराशंकर यादव ने मुखबिर की सूचना पर मंगलवार की टीम के साथ छित्तमपुर गांव के वन कम्पार्टमेंट नंबर 5 की पहाड़ी  पर छापेमारी की। काफी संख्या में मजदूरों को देख चंद्रप्रभा रेंजर रविशंकर शुक्ल से सहयोग मांगी गई। दोनों टीम जैसे ही पहाड़ी पर पहुंची, वैसे ही पत्थर खनन माफियाओं ने हवाई फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में वन कर्मियो ने भी हवाई फायरिंग की। माहौल बिगड़ता देख वन कर्मियों ने किसी तरह पहाड़ियों में छिपकर अपनी जान बचाई। रेंजर ने तत्काल कोतवाल अरविंद सिंह सिसौदिया को जानकारी दी। हालांकि जब तक कोतवाली पुलिस मौके  पर पहुंचती, तब तक खनन माफिया मौके से फरार हो गए। पुलिस और वन विभाग ने संयुक्त रुप से घेराबंदी कर एक ट्रैक्टर को कब्जे में ले लिया। कोतवाल अरविंद सिंह सिसौदिया ने बताया कि वन अधिनियम की धारा 26छ, 41, 42, 52 व लोक संपत्ति क्षति निवरण अधिनियम के तहत एक नामजद व दस अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर फरार आरोपितों की तलाश की जा रही है।  

100 नंबर की बजती रही घंटी 
खनन माफियाओं की ओर से फायरिंग के बाद सकते में आए रेंजर और वन कर्मियों ने कई बार मोबाइल से 100 नंबर को फोन कर सूचना देने की कोशिश की। हालांकि घंटी बजती रही,  लेकिन कंट्रोल रूम से कोई जवाब नहीं मिला। अंत में रेंजर ने एसडीएम से लेकर अन्य आलाधिकारियों को मोबाइल से सूचना दी।  

सांसद के काफिले पर भी हो चुका है घेराव 
काशी वन्य जीव प्रभाग के चंद्रप्रभा रेंज के गनेशपुर और गायघाट पहाड़ी में 21 मई 2017 को अवैध खनन क्षेत्र का दौरा करने गए सांसद छोटेलाल खरवार सहित वन अधिकारियों और पुलिस फोर्स के काफिले का मजदूरों ने घेराव कर दिया। सूत्रों की माने तो घेराव पत्थर खनन माफियाओं के इशारे पर हुआ था। जिला प्रशासन की ओर से इस मामले में बड़ी कार्यवाही के बाद खनन के अवैध धंधे पर कुछ दिन तक लगाम लगा था। लेकिन एकबार फिर सक्रियता बढ़ गई है। 

सूचना पर नहीं पहुंचे अधिकारी 
छित्तमपुर पहाड़ी पर खनन माफियाओं के मंगलवार की रात हवाई फायरिंग की सूचना पर किसी बड़े अधिकारी ने घटनास्थल पर पहुंचना मुनासिब नहीं समझा। इससे एक बात का अंजादा लगाया जा सकता है कि जिला प्रशासन अवैध खनन पर प्रतिबंध लगाने के लिए कितनी कटिबद्ध है। घटना के बाद से ही वनकर्मियों में दशहत व्याप्त है। 

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