सिर्फ एक फायर स्टेशन से कैसे बुझेगी जिले में आग
गर्मी शुरू हो चुकी है। आग लगने की घटनाएं भी बढ़ेंगी, लेकिन इससे निबटने के लिए फायर पुलिस के पास बेहतर इंतजाम नहीं है। करीब छह साल से औद्योगिक नगर...

पीडीडीयू नगर। वरिष्ठ संवाददाता
गर्मी शुरू हो चुकी है। आग लगने की घटनाएं भी बढ़ेंगी, लेकिन इससे निबटने के लिए फायर पुलिस के पास बेहतर इंतजाम नहीं है। करीब छह साल से औद्योगिक नगर रामनगर और चकिया-नौगढ़ का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है। मगर अब तक सब अधर में हैं। वहीं सकलडीहा में भी फायर स्टेशन निर्माणाधीन है। पीडीडीयू नगर में बने फायर स्टेशन के भरोसे ही पूरे जिलेभर की आग बुझाने की जिम्मेदारी है। यह जरूर है कि चकिया, चंदौली में फायर की एक-एक गाड़ी कोतवाली में खड़ी है, लेकिन दमकल गाड़ियों की संख्या कम होने और सुदूर इलाके में बिहार, मिर्जापुर, वाराणसी और गाजीपुर के बार्डर पर आग लग जाती है तो वाहन के पहुंचते-पहुंचते सब कुछ जलकर खाक हो जाता है।
पीडीडीयू नगर और चंदौली फायर स्टेशन से आग लगने की घटनाओं पर निगरानी की जा रही है। वहीं सकलडीहा में प्रशासनिक भवन तो तैयार हो गया है, लेकिन कई काम अधूरे हैं, जिससे वहां भी फायर स्टेशन शुरू नहीं हो सका है। वहीं अग्निशमन विभाग ने रामनगर, चकिया नौगढ़ का प्रपोजल तैयार करके भेजा जा चुका है, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। पिछले साल करीब पांच सौ अगलगी की घटनाएं हुई थी।
छह दमकल गाड़ियां के भरोसे है जिला
पूरा जिला छह दमकल गाड़ियों के भरोसे चल रहा है। एक 5000 लीटर और एक 4500 लीटर पानी रखने वाला है। ढाई हजार की दो और 400 लीटर की दो दमकल वाहन हैं। चंदौली कोतवाली में 4500 लीटर क्षमता का दमकल वाहन रखा गया है। वही शमन विभाग की चकिया कोतवाली में 2500 लीटर का एवं सकलडीहा में भी जल्द एक दमकल वाहन रखने की तैयारी है।
जगदीशसराय में होना है निर्माण
रामनगर और चकिया-नौगढ़ में प्रस्ताव को जहां अभी मंजूरी नहीं मिली है वहीं सकलडीहा में निर्माण कार्य अधूरा है, जबकि चंदौली में बनने वाले फायर स्टेशन के लिए जगदीश सराय के पास जमीन अधिग्रहित कर ली गई है, लेकिन अब तक निर्माण नहीं शुरू हो पाया है। सीएफओ सुभाष चंद्र ने बताया कि आने वाली गर्मी में अगलगी को देखते हुए सभी संसाधन व कर्मचारी तैनात कर दिए गए हैं। छह वाहन लगाए गए है। सकलडीहा में जल्द ही एक गाड़ी लगा दी जाएगी। दो जगहों का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। वहां से हरी झंडी मिलते ही काम शुरू करा दिया जाएगा। बताया, इसके लिए 42 सिपाही, 7 ड्राइवर, 8 हवलदार, दो एसआई हैं। वह खुद मानीटिरंग कर रहे हैं।
