दिवाली और धूलकणों से बिगड़ा हवा का मिजाज
पीडीडीयू नगर, वरिष्ठ संवाददाता। निर्माण कार्यों, चंधासी कोयला मंडी व वहां की बदहाल सड़कों...

पीडीडीयू नगर, वरिष्ठ संवाददाता। निर्माण कार्यों, चंधासी कोयला मंडी व वहां की बदहाल सड़कों की धूल से जिले का वातावरण खराब होता जा रहा है। वातावरण में धूलकणों की अधिकता होने से लोगों को फेफड़ों की बीमारियों से दो-चार होना पड़ रहा है। इसके बाद भी प्रशासन की उदासीनता से लोग नाराज है। दिवाली बीतने के बाद जिले का हवा गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) तकरीबन 230 के पार पहुंच गया है। चंधासी कोयला मंडी में यह 300 के आसपास है। धूल-गुबार का आलम यह है कि दिन में ही अंधेरे जैसी स्थिति हो जाती है। आसपास के गांवों और आवागमन करने वालों के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। जिले में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से कोई मापक यंत्र नहीं लगाया गया है। पड़ोसी जिले वाराणसी में अर्दली बाजार, बीएचयू, भेलूपुर और मलदहिया में एक्यूआई यंत्र लगाए गए हैं। उसके अनुसार 117 से 130 एक्यूआई है लेकिन चंदौली जिले में यह आंकड़ा खासकर चंधासी कोयला मंडी और लौंडा झांसी के पास रिंगरोड व हाईवे निर्माण की वजह से एक्यूआई 230 से अधिक है। इसका असर सीधे लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है।
