
मठियां गांव में फैला डायरिया, डेढ़ दर्जन लोग बीमार, अस्पताल में भर्ती
संक्षेप: Chandauli News - पांच लोगों को जिला अस्पताल में कराया गया भर्ती, अन्य का सीएचसी में चल रहा इलाज पांच लोगों को जिला अस्पताल में कराया गया भर्ती, अन्य का सीएचसी में चल र
धानापुर, हिन्दुस्तान संवाद। धानापुर ब्लॉक के मठ उछाल गिरी (मठियां) गांव में डायरिया फैल गया है। यहां डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोग उल्टी दस्त से परेशान हैं जबकि कइयों की हालत काफी खराब है। सूचना मिलने पर बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की संक्रामक रोग नियंत्रण टीम ने गांव में पहुंचकर सभी का निःशुल्क इलाज किया। साथ ही ग्रामीणों को संक्रामक रोगों से बचाव के उपाय बताए। डॉक्टरों के मुताबिक अब गांव की हालत सामान्य है। उक्त गांव में चारों तरफ फैली गंदगी के कारण संक्रामक रोग (डायरिया) फैलने की आशंका है। पिछले दो तीन दिन से लोग उल्टी दस्त से पीड़ित हो रहे थे लेकिन मंगलवार की शाम को यह आंकड़ा बढ़ कर डेढ़ दर्जन से भी ज्यादा हो गया।

बुधवार को भी कई लोग इससे प्रभावित हुए। डायरिया से ज्यादातर बच्चे, किशोर और महिलाएं प्रभावित है। गांव की मेहरुन्निसा, रबीना, आजाद अली, मंजू गिरी, पूनम गिरी, दक्ष, कार्तिक, हिमांशु, अंजली, अंशुल, यश, हिना, आयुषी, ईशान, ज्योया, प्रेमा आदि अभी भी डायरिया से गंभीर रूप से संक्रमित हैं। इन सभी को प्रारंभिक उपचार के बाद कस्बा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां अब सभी की हालत सामान्य बताई जा रही है जबकि धर्मेंद्र गिरी, सूरज गिरी, यश गिरी, हिना और प्रीति की हालत नाजुक देख डॉक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया है। संक्रामक रोग नियंत्रण टीम के प्रभारी डॉ. सौरभ जायसवाल एवं डॉ. श्वेता बरनवाल ने बताया कि डायरिया संक्रमण का मुख्य कारण गांव में चारों तरफ फैली गंदगी है किंतु अब गांव से नए मरीजो का आना बंद हो गया है। ग्राम प्रधान, सेक्रेटरी, आशा और सफाई कर्मचारियों को भी गांव में साफ-सफाई कराने एवं पेयजल स्रोतों को विसंक्रमित करने को कहा गया है। ब्लीचिंग पाउडर नदारद, कैसे विसंक्रमित होंगे पेयजल स्रोत धानापुर। शासन के निर्देश पर प्रति वर्ष ग्राम प्रधान और आशा के संयुक्त खाते में 10 हजार रुपये की धनराशि भेजी जाती है। जिससे गांव में पेयजल स्रोतों को विसंक्रमित करने के लिए ब्लीचिंग पाउडर आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके लेकिन ज्यादातर ग्राम पंचायतों का हाल यह है कि गांव में ब्लीचिंग पाउडर नहीं खरीदा जाता है। बावजूद इसके रुपया गायब हो जाता है। क्षेत्रीय लोगों ने प्रत्येक गांव में ब्लीचिंग पाउडर की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की पंचायत एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से मांग किया है।

लेखक के बारे में
Hindustanलेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




