शहर में स्वच्छता अभियान हो गई बेअसर
नगर पालिका में हर महीने स्वच्छता के नाम पर लाखों रुपये खर्च होते हैं। सफाई कर्मियों की फौज व कूड़ा उठाने को गाड़ियां होने के बाद भी शहर में स्वच्छता...
पीडीडीयू नगर। कार्यालय संवाददाता
नगर पालिका में हर महीने स्वच्छता के नाम पर लाखों रुपये खर्च होते हैं। सफाई कर्मियों की फौज व कूड़ा उठाने को गाड़ियां होने के बाद भी शहर में स्वच्छता अभियान परवान चढ़ता नहीं दिख रहा है। आलम यह है कि नगर पालिका से चंद कदम दूर में ही दिनभर कूड़े का अंबार तक देखने को मिल रहा है। अफसोस स्वच्छता के नाम पर सिर्फ कागजी कार्रवाई पूरी की जा रही है।
नगर पालिका परिषद कार्यालय परिसर में लोडर, ट्रैक्टर, ट्रिपल ट्रक, मिनी ट्रक, हाथ ठेला जंग खा रहे हैं। सफाई कर्मियों की फौज है। इसके बावजूद नगर में गंदगी का अंबार है। आला अधिकारी भी पालिका की मनमानी पर ध्यान नहीं देते हैं। शहर की हर गली-मुहल्ले में कूड़े का ढे़र नजर आता है।
सड़क, गली व चौराहों पर कूड़ा पसरा है। कई पाश इलाके भी सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी देखने को मिलती है। नगर पालिका कार्यालय से मात्र चंद कदम दूर शास्त्री कटरा गेट पर शौचालय के समीप दिनभर कूड़े का अंबार लगा रहता है। इससे मुख्य मार्ग से गुजरना तक दुश्वार है। कई वाई में नालियां जाम होने से जलनिकासी तक की समस्या बनी है। कूड़ा संग्रह स्थल पशुओं की शरणस्थली बने हुए हैं।
कूड़ा कलेक्शन भी हुआ ठप
नगर पालिका की ओर से कुछ माह पूर्व हर वार्ड में डोर-टू-डोर कूड़ा उठान की योजना बनाई गई थी। शुरुआती चरण में कूड़ा उठान के लिए सफाईकर्मी ट्राली लेकर सीटी बजाते हुए कॉलोनियों में भ्रमण करता था। लेकिन कुछ दिनों से अभियान पूरी तरह बंद हो गया है। लोग घरों से बाहर कॉलोनी की खाली जमीन अथवा सड़क किनारे कूड़ा फेंक देते हैं। वहीं दिनभर आवारा पशु कूड़ों को चहुंओर बिखेर देते हैं।
सभी सफाईकर्मियों को नियमित सफाई करने का निर्देश दिया गया है। इसमें लापरवाही पर तत्काल विभागीय कार्रवाई की जाएगी। कूड़ा उठान की जिन गाड़ियों में खराबी आई हैं, उनकी भी मरम्मत कराया जा रहा है।
कृष्णचंद्र, ईओ पीडीडीयू नगर।