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कोरोना महामारी से अनाथ हुए बच्चों को किया जाए चिह्नित

चंदौली। डीएम संजीव सिंह ने बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों संग बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के क्रियान्वयन को सफल बनाने को...

कोरोना महामारी से अनाथ हुए बच्चों को किया जाए चिह्नित
हिन्दुस्तान टीम,चंदौलीThu, 17 Jun 2021 03:21 AM
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चंदौली। डीएम संजीव सिंह ने बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों संग बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के क्रियान्वयन को सफल बनाने को लेकर चर्चा की गई। साथ ही कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों को चिह्नित कर योजना से लाभान्वित करने का निर्देश दिया।

डीएम ने कहा कि एक वर्ष से देश-प्रदेश में महामारी का प्रकोप लगातार बना है। इस दौरान ऐसे बच्चों जिनके माता-पिता अथवा दोनों की संक्रमण से मृत्यु हो गई है। इन बच्चों की कोई करीबी अभिभावक न हो अथवा होने के बाद भी वह अपनाने में सक्षम नहीं हो। उनके भरण-पोषण, शिक्षा, चिकित्सा आदि की व्यवस्था के लिए आर्थिक सहयोग प्रदान करना मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का मुख्य उद्देश्य है। कहा कि शून्य से 18 वर्ष कम उम्र तक के ऐसे बच्चों के माता-पिता दोनों या फिर किसी एक की मृत्यु एक मार्च 2020 से पहले हो गई है। दूसरे की मौत कोरोना महामारी के कारण हुई है। ऐसे अनाथ बच्चों को जिला बाल संरक्षण इकाई व बाल कल्याण समिति शिक्षा, पोषण, शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य आदि के संबंध में निरंतर फालोअप करने काम करेगी। साथ ही अपनी रिपोर्ट प्रत्येक तिमाही पर जिला स्तरीय टास्क फोर्स के समक्ष प्रस्तुत करेगी। आवेदन पत्र ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी व विकास खंड में जमा किया जा सकता है। इसके अलावा विकास शहरी क्षेत्रों में लेखपाल व तहसील अथवा जिला प्रोबेशन कार्यालय में जमा कराया जा सकता है। आवेदन दो वर्ष से पूर्व करना और आवश्यक अभिलेख होना चाहिए। किसी भी बच्चे को अनुमोदन की तिथि से लाभ अनुमन्य होगा। जिला प्रोबेशन अधिकारी इंद्रावती ने बताया कि जिले में अब तक 34 बच्चों को चिह्नित किया जा चुका है। डीएम ने निर्देश दिया कि नियमानुसार आवेदन पत्रों का अविलंब सत्यापन करते हुए लाभान्वित कराने की कार्रवाई की जाए। बैठक में सीडीओ अजितेंद्र नारायण, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आरआर राम्या, सीएमओ डा. वीपी द्विवेदी, डा. डीके सिंह, डीपीओ इंद्रावती, बाल संरक्षण अधिकारी किशन वर्मा आदि मौजूद रहे।

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