ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश चंदौलीबड़ा खुलासाः केमिकल से बना रहे थे सरकारी देशी शराब, क्यूआर कोड भी नकली

बड़ा खुलासाः केमिकल से बना रहे थे सरकारी देशी शराब, क्यूआर कोड भी नकली

चंदौली पुलिस ने सोमवार को नकली देशी शराब बनाने के धंधे का खुलासा किया। लाइसेंसी दुकान के अंदर ही केमिकल मिलाकर नकली शराब बनाई जा रही थी। सरकारी शराब की तरह नकली बोतलों  के साथ ही नकली...

बड़ा खुलासाः केमिकल से बना रहे थे सरकारी देशी शराब, क्यूआर कोड भी नकली
कार्यालय संवाददाता,चंदौलीMon, 17 Jun 2019 06:22 PM
ऐप पर पढ़ें

चंदौली पुलिस ने सोमवार को नकली देशी शराब बनाने के धंधे का खुलासा किया। लाइसेंसी दुकान के अंदर ही केमिकल मिलाकर नकली शराब बनाई जा रही थी। सरकारी शराब की तरह नकली बोतलों  के साथ ही नकली क्यूआर कोड भी बरामद किया गया। भारी मात्रा में मिलावटी शराब, छपे हुए रैपर भी बरामद हुए। पुलिस ने लाइसेंसी शराब के विक्रेता के बेटे समेत पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। रविवार की देर रात हुई कार्रवाई के बाद सोमवार की दोपहर एसपी संतोष सिंह ने आरोपितों को मीडिया के सामने पेश किया।  

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि चौरहट गांव में जलीलपुर निवासी चिंता देवी के नाम पर लाइसेंसी देशी शराब की दुकान है।उसका बेटा अभिषेक सिंह अपने चार अन्य साथियों के साथ दुकान के बगल वाले कमरे में केमिकल से भारी मात्रा में नकली देशी शराब बनाने का काम कर रहा था। उसकी पैकिंग ठीक उसी तरह की जा रही थी जैसे सरकारी शराब दिखती है। 

 छापेमारी में 360 शीशी मिलावटी देशी शराब, 432 शीशी (10 पेटी) असली देशी शराब, विभिन्न कंपनियों के 234 ढक्कन व 150 रैपर, 93 खाली शीशी और 15 देशी शराब भरी बड़ा थर्मस बरामद हुआ। अभिषेक के अलावा सकलडीहा निवासी ओमप्रकाश जायसवाल, वाराणसी के भटपुरवाकलां चोलापुर निवासी आशीष राजभर व प्रेमनगर चोलापुर निवासी महेश गुप्ता, बिहार के कुशहा मदनपुरा औरंगाबाद निवासी सुदामा यादव को गिरफ्तार किया।

छापेमारी में शामिल सीओ त्रिपुरारी पांडेय, मुगलसराय कोतवाल शिवानंद मिश्रा, एसआई विपिन सिंह ने बताया कि आरोपित देशी शराब की शीशियों से शराब निकालकर उसमें एक केमिकल अौर पानी मिलाकर नकली शराब बनाते थे। उसकी पैकिंग बिल्कुल असली शराब की तरह कर देते थे। यहां तक कि सरकारी की तरह बोतलों पर क्यूआर कोड भी चिपकाया जाता था। नकली शराब को लाइसेंसी दुकान के अलावा बाहर भी बेचा जाता था। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ गैंगेस्टर व अन्य धारा में मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया। 

आबकारी विभाग पर उठे सवाल 

पूर्वांचल के कई जिलों में नकली व मिलावटी शराब के सेवन से लोगों की मौतें हुई हैं। इसके बाद भी जिले की आबकारी विभाग की घोर लापरवाही दूर नहीं हो सकी। चौरहट गांव के लाइसेंसी देशी शराब की दुकान में नकली शराब बनाए जाने के गोरखधंधे का खुलासा होने पर आबकारी विभाग की सतर्कता पर सवाल उठने लगे हैं। विभाग की मिलीभगत का संदेश भी होने लगा है। इस बाबत एसपी संतोष सिंह ने बताया कि निश्चित रूप से विभाग की घोर लापरवाही है। शासन स्तर पर रिपोर्ट भेजने की तैयारी की जा रही है। 

 

 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें