Hindi NewsUP NewsBurnt alive in the car Sunil was found resting at his brother-in-law s house, why was a conspiracy hatched
‘कार में जिंदा जला’ सुनील अपने साढ़ू के घर आराम फरमाता मिला, क्यों रची गई साजिश

‘कार में जिंदा जला’ सुनील अपने साढ़ू के घर आराम फरमाता मिला, क्यों रची गई साजिश

संक्षेप: चित्रकूट में एक सप्ताह पहले आग का गोला बनी कार में एक शव मिला था। परिजनों ने शव की पहचान अपने बेटे सुनील के रूप में की। शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। इस बीच पुलिस को परिजनों पर शक हो गया। जिसे मरा परिवार ने बताया वह अपने साढ़ू के घर आराम फरमाता मिल गया।

Mon, 7 July 2025 11:23 PMYogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तान
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चित्रकूट में फिल्म अंधा कानून की कहानी दोहरा दी गई। जैसे फिल्म में अपराधी ने किसी की हत्या कर उसमें अपने पहचान चिन्ह प्लांट कर दिए थे। चित्रकूट में यही हुआ। जिस सुनील सिंह को परिवार ने कार में जिंदा जला बता कर अंतिम संस्कार भी कर डाला, वह साढ़ू के घर पर आराम फरमाता मिला। रविवार देर रात पुलिस ने उसे दबोच लिया। देर रात तक जारी पूछताछ में सुनील गुमराह करने वाले जवाब दे रहा है। कार से मिला शव उसने अपने दोस्त विनय सिंह का बताया है। अभी इसकी तस्दीक नहीं हुई है। पुलिस को आशंका है कि सुनील ने विनय या किसी अन्य की हत्या कर शव कार में जला दिया है।

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राजापुर थाना क्षेत्र के अमान गांव के पास 30 जून को एक जली हुई देखी गई। पुलिस को कार की ड्राइविंग सीट के बगल वाली सीट से एक बुरी तरह जला हुआ शव बरामद हुआ। कार के नंबर की छानबीन से पता चला कि कार रीवा के अनंतपुर निवासी सुनील सिंह के पास थी। उसके परिजन सूचना पाकर पहुंचे। पत्नी हेमा सिंह ने कार, उससे मिली वस्तुओं के आधार पर शव सुनील का होने की बात कही। उसने बताया था कि सुनील 29 जून की शाम सुल्तानपुर के लिए निकला था। हालांकि पोस्टमार्टम में यह भी साफ नहीं हो सका कि बरामद शव स्त्री का था या पुरुष का। परिजनों के दावे के आधार पर पुलिस ने शव सुनील के परिजनों को दे दिया।

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रीवा में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस को शव सुनील का होने पर संदेह था, लिहाजा उसके बेटे आयुष का डीएनए सैंपल लेकर शव के डीएनए से मिलान कराया जा रहा था। इधर रविवार शाम को पुलिस को सूचना मिली कि सुनील सिंह रैपुरा थाना क्षेत्र के आनंदपुर भाभा निवासी साढू राजू सिंह के घर में है। इस सूचना की तस्दीक पर पुलिस ने घेराबंदी की और उसे दबोच लिया।

पूछताछ में सुना रहा कहानियां

पुलिस के मुताबिक सुनील पूछताछ में गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। उसने बताया है कि शव उसके दोस्त विनय सिंह चौहान निवासी नेहरू नगर वार्ड 14 रीवा का है। कभी वह मृत्यु का कारण स्मैक का नशा बता रहा है तो कभी बीमारी से मौत की बात कह रहा है। नशे या बीमारी से कार में आग लगने का क्या रिश्ता है, इस पर भी उसके जवाब अविश्वसनीय हैं। पुलिस ने विनय के भाई का भी डीएनए सैंपल लिया है। पुलिस को आशंका है कि विनय या किसी अन्य की सुनील ने ही हत्या कर शव जला दिया है। यह भी संभव है कि इस साजिश में सुनील के साथ अन्य लोग भी शामिल हों।

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पत्नी करती चली गई हर बात की तस्दीक

पुलिस के मुताबिक 30 जून को कार से शव बरामदगी के बाद पहुंची पत्नी हर उस बात की तस्दीक करती चली गई, जो शव को सुनील का साबित करती हो। मसलन कार से बरामद टूटी चूड़ियां उसने अपने ब्यूटी पार्लर की बताईं। कार के पीछे बिछा चादर भी अपना बता कर कहा कि सुनील हमेशा घर से एक चादर लेकर निकलता था। पुलिस को तभी संदेह हो गया था कि जिस लाश को डॉक्टर स्त्री या पुरुष के रूप में भी नहीं पहचान सके, उसे इतने दावे के साथ कोई महिला पति कैसे बता सकती है।

एसपी अरुण कुमार सिंह के अनुसार सुनील से पूछताछ की जा रही है। उसके बयानों में तमाम विरोधाभास हैं। वह एक बयान पर नहीं टिक रहा है। उसने जिस दोस्त विनय का शव बताया है, उसके बारे में भी छानबीन हो रही है। डीएनए सैंपल लिए गए हैं। बहुत जल्द मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।