लखनऊ से नहीं आई ट्रू-नेट मशीन की किट, जांच बंद
हर एक घंटे में कोरोना जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने वाली मशीन ट्रूनेट से जांच बंद हो गई है। इसका मुख्य कारण वायरल ट्रांसपोर्ट मीडियम (वीटीएम) किट खत्म...

बुलंदशहर। हर एक घंटे में कोरोना जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने वाली मशीन ट्रूनेट से जांच बंद हो गई है। इसका मुख्य कारण वायरल ट्रांसपोर्ट मीडियम (वीटीएम) किट खत्म हो जाना है। बीते कई दिनों से ट्रूनेट मशीन से कोरोना जांच पूरी तरह से ठप पड़ी है। कोरोना काल में किट खत्म होने से जांच प्रभावित हो रही है। इसके चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जिला अस्पताल में जांच के लिए ट्रूनेट स्थापित की गई थी। जिससे कोरोना के सैंपल अन्य लैब में ना भेजकर अस्पताल में ही जांच कर मरीजों को भर्ती कर उपचार किया जा सके। अब संक्रमण की दूसरी लहर कहर बरपा रही है और ऐसे में ट्रूनेट मशीन की किट खत्म हो गई हैं। जिससे कोरोना जांच प्रभावित हो रही है। नोएडा लैब पर लोड बढ़ने के कारण आरटीपीसीआर की जांच रिपोर्ट तक में देरी हो रही है। यदि ट्रूनेट मशीन की किट होती तो और आसानी हो सकती थी लेकिन लखनऊ से किट ना आने के कारण नमूना नहीं लिया जा रहा है और जांच बंद हो गई है। ऐसे में मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आइसोलेशन वार्ड के बाहर कोरोना जांच के लिए लंबी लाइन तक लग रही है।
- आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट आने में देरी
कोरोना की आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट आने में देरी हो रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी 3 से 4 दिन में रिपोर्ट आने का दावा कर रहे हैं लेकिन हकीकत में रिपोर्ट 10 दिन तक नहीं आ पा रही है। स्वास्थ्य विभाग के ही एक कर्मचारी को रिपोर्ट के लिए 10 दिन से अधिक का समय दिया गया है। ऐसे में कोरोना की पुष्टि करने में समय लग रहा है। जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। एसीएमओ नरेश गोयल का कहना है कि 3 दिन में रिपोर्ट आ रही है। जिसने ज्यादा समय बताया है, गलत बताया है।
कोट--
लखनऊ से किट न आने के चलते ट्रूनेट मशीन से जांच नहीं हो पा रही है किट आने पर जांच शुरू कर दी जाएगी।
- डॉ एमपी सिंह, प्रभारी सीएमएस, जिला अस्पताल
