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तकनीकी दिक्कत दूर करने के बाद ही लगेंगे स्मार्ट मीटर

तकनीकी दिक्कत दूर करने के बाद ही लगेंगे स्मार्ट मीटर

तकनीकी दिक्कत दूर करने के बाद ही लगेंगे स्मार्ट मीटर
हिन्दुस्तान टीम,बुलंदशहरTue, 15 Sep 2020 04:50 PM
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बुलंदशहर। संवाददाता

बुलंदशहर समेत प्रदेशभर में लगने वाले स्मार्ट मीटर पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। स्मार्ट मीटर में आने वाली टेक्निकल दिक्कत को दूर करने और तमाम समस्याओं का हल होने के बाद ही स्मार्ट मीटर को लगाए जाएंगे। हर पहलू की जांच पूरी होने के बाद ही नए स्मार्ट मीटर लगाने को हरी झंडी दी जाएगी। जिससे भविष्य में उपभोक्ताओं को कोई समस्या का सामना ना करना पड़े।

पावर कॉरपोरेशन के अफसरों ने जिले में पहले चरण में आठ हजार उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाने की योजना बनाई थी। जिसमें सरकारी विभाग और जनप्रतिनिधियों समेत तमाम लोगों को चुना गया था लेकिन कुछ दिन पूर्व ही तकनीकी दिक्कत के कारण प्रदेशभर के स्मार्ट मीटर वाले उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति गुल हो गई थी। प्रदेशभर में हाहाकार मच गया था। हालांकि मामले की जांच चल रही है लेकिन फिलहाल ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने प्रदेश में अगले आदेश तक स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक लगा दी है। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष को पत्र लिखकर स्मार्ट मीटर परियोजना की गहन समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं । साथ ही तब तक इसे निलम्बित रखने के निर्देश दिए हैं। जब तक यह सुनिश्चित न हो जाए कि यह सिस्टम पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने जारी आदेश में कहा है कि वर्तमान समय में ऊर्जा विभाग नवीन तकनीक का उपयोग कर त्रुटिपूर्ण बिलों से निजात पाने के लिए भारत सरकार के ऊर्जा एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्रालय के दिशा निर्देशों के तहत स्मार्ट मीटरिंग परियोजना पर प्रभावी ढंग से कार्रवाई कर रहा है। यह बहुत ही महत्वकांक्षी परियोजना थी इससे उपभोक्ताओं का बेजा उत्पीड़न रुकता, लेकिन जन्माष्टमी के दिन प्रदेश में 1.5 लाख उपभोक्ताओं के मीटर गलत कमांड होने के कारण ऑटो डिसकनेक्ट होने से उनके बीच गलत संदेश गया। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए यूपीपीसीएल अध्यक्ष को परियोजना की स्वयं के स्तर से निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही दोबारा एक विशेषज्ञ समिति गठित कर परियोजना के सभी पक्षों की वैज्ञानिक और तकनीकी स्तर पर समीक्षा भी कराई जाए। आधार पर पूरे सिस्टम का अलग-अलग जगहों पर ट्रायल किया जाएगा। जब हर मानकों पर यह सुनिश्चित हो जाएगा कि सिस्टम फूलप्रूफ है, तभी नए मीटर लगाए जाएंगे। जिससे भविष्य में उपभोक्ताओं के मन में किसी तरह का गलत संदेश न पहुंचे।

कोट---

प्रदेश स्तर पर स्मार्ट मीटर में आने वाली तकनीकी दिक्कतों को दूर किया जा रहा है। तब तक स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक है। अगले आदेश आने पर ही स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे।

- आरपीएस तोमर, चीफ इंजीनियर

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