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अनिश्चितकालीन के लिए बंद हुई जिले की छह गल्ला मंडियां

अनिश्चितकालीन के लिए बंद हुई जिले की छह गल्ला मंडियां

अनिश्चितकालीन के लिए बंद हुई जिले की छह गल्ला मंडियां
हिन्दुस्तान टीम,बुलंदशहरSat, 26 Sep 2020 07:24 PM
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बुलंदशहर। संवाददाता

कृषि अध्यादेश के विरोध में जिले की छह गल्ला मंडियां अब अनिश्चितकालीन समय के लिए बंद हो गई हैं। 26 सितंबर को मंडियों में आढ़तियों की हड़ताल समाप्त होने के आसार थे, सरकार से मांगे पूरी न होने के बाद बाद अब दि गल्ला मंडी एसोसिएशन के आह्वान पर मंडियों को बंद कर दिया गया है। शनिवार को भी आढ़तियों ने मंडियों में प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि अध्यादेश के खिलाफ गल्ला मंडियों के आढ़ती लामबंद हैं। इसके विरोध में दि गल्ला मंडी एसोसिएशन द्वारा जिले की सभी छह गल्ला मंडियों में अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रखी है। शनिवार को भी मंडियों में आढ़तियों ने हड़ताल कर खरीद-फरोख्त बंद रखी। एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल ने कहा कि कृषि अध्यादेश लाकर सरकार ने आढ़तियों का कारोबार बंद करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि मांगे पूरी न होने तक अब आढ़ती जिले की सभी छह गल्ला मंडियों में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। महामंत्री चंद्रकांत सिंघल ने कहा कि गल्ला मंडी के आढ़ती अब चुप नहीं बैठेंगे, सरकार के इस कृषि अध्यादेश का विरोध किया जाएगा। जब तक सरकार इस अध्यादेश को वापस नहीं लेगी मंडियों में कारोबार पूरी तरह से ठप रहेगा। वहीं, मंडियों में हड़ताल होने से 500 करोड़ से अधिक का गल्ला व्यापार प्रभावित हो चुका है। दूसरे जिलों की मंडियों से भी कारोबार का लेन-देन बंद हो चुका है। मंडियों में फसल बेचने के लिए आ रहे किसानों को भी मायूस होकर लौटना पड़ रहा है।

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