श्रीराम कथा में भरत, लक्ष्मण के त्याग की सुनाई कथा
केदारशाह स्थित श्री हनुमान मंदिर में श्री राम कथा में व्यास पं. राजेंद्र गौड़ ने श्रीराम के प्रति उनके भाई भरत, लक्ष्मण का समर्पण भाव की कथा...
केदारशाह स्थित श्री हनुमान मंदिर में श्री राम कथा में व्यास पं. राजेंद्र गौड़ ने श्रीराम के प्रति उनके भाई भरत, लक्ष्मण का समर्पण भाव की कथा सुनाई।
बुधवार को केदारशाह स्थित श्री हनुमान मंदिर में चल रही साप्ताहिक श्री राम कथा में कथा व्यास पंडित राजेंद्र गौड़ ने भरत वंदना, लक्ष्मण वंदना, मां सीता की वंदना तथा राम नाम की वंदना का वर्णन किया। उन्होंने कहा की भरत श्री राम कथा में एक आदर्श भाई की गुणवत्ता का प्रस्तुतीकरण कर रहे हैं। वहीं लक्ष्मण जी भगवान राम के वनवास के समय उनके साथ जाकर एक त्याग की मिसाल प्रस्तुत करते हैं। जगत जननी मां सीता अपने पति के साथ वन गमन करके आदर्श पतिव्रता पत्नी का रूप प्रस्तुत करती हैं। कथा व्यास जी ने राम नाम की वंदना करते हुए कहा की राम से बड़ा राम का नाम है। जो डूबते के लिए सहारा बनता है। ऐसे प्रभु श्री राम हम सभी हिंदुस्तानियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उन्होंने कहा कि 'जब हमारा है हिंदू धर्म, तो राम नाम लेने में कैसी शर्म'। कथा के मुख्य यजमान प्रदीप गोयल तथा उनकी धर्मपत्नी राधा रानी तथा राजकुमार शर्मा दही वाले सपत्नी रहे। कथा का पूजन आचार्य सौरभ गौड़ ने कराया। इस अवसर पर शांति शर्मा, संदीप शर्मा, कांता, विमला, कमला, ध्रुव, शिवा, माधव, चित्रांश गौड़, हरिओम शर्मा, नटवरलाल शर्मा योगेश गौड़, नवीन समेत सैकड़ों भक्त उपस्थित रहे।
फोटो परिचय : अनूपशहर में श्री हनुमान मंदिर में श्री राम कथा सुनाते व्यास पं राजेंद्र गौड़।