साधु की संगत से बदलता है जीवन : त्रयंबकेश्वर चैतन्य
दंडी आश्रम, विहार घाट, राजघाट में परमपूज्य स्वामी श्री विष्णुआश्रम महाराज के 17वें निर्वाण महोत्सव के समापन पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में समर्थ...
नरौरा। संवाददाता
दंडी आश्रम, विहार घाट, राजघाट में परमपूज्य स्वामी श्री विष्णुआश्रम महाराज के 17वें निर्वाण महोत्सव के समापन पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में समर्थ स्वामी त्रयंबकेश्वर चैतन्य ने कहा कि साधु की संगत से जीवन बदल जाता है।
श्रीमद्भागवत कथा समापन के बाद मंगलवार को स्वामी श्रीविष्णुआश्रम महाराज के पादुका समर्चन कार्यक्रम में उनकी पादुकाओं का विशेष पूजन हुआ। तत्पश्चात स्वामी प्रबोधाश्रम महाराज की अध्यक्षता में श्रद्धांजलि सभा शुरू हुई। इस अवसर पर भानपुरा पीठ से पधारे स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि गुरु की महिमा अपरंपार है। आचार्य दिवाकर वशिष्ठ ने कहा कि गुरु परमात्मा स्वरुप होते हैं।
नरवर के आचार्य ज्ञानेंद्र पाठक, सत्य प्रकाश शर्मा, संत नारायण स्वामी, आचार्य ऋषभदेव, आचार्य हरिहरानंद आदि ने महाराज श्री के संस्मरण सहित अपने भावों को प्रकट किया। संचालन स्वदेश ब्रह्मचारी ने किया। श्रद्धांजलि सभा में स्वामी गुरुदेवेश्वराश्रम, आचार्य विनीत अवस्थी, कैलाश चंद्र पाठक, अरविंद पांडे, सुनील शर्मा, मदन मोहन, राजीव शर्मा, दिनेश पांडेय, सतीश वशिष्ठ आदि मौजूद रहे।