बोले: जहांगीराबाद आनाज मंडी में गंदगी और अव्यवस्था का राज
Bulandsehar News - जहांगीराबाद की नवीन अनाज मंडी में गंदगी और जलभराव की समस्या गंभीर हो गई है। यहां पीने के पानी की उचित व्यवस्था नहीं है और शौचालयों की हालत खराब है। व्यापारी नेता नवीन बंसल ने बताया कि लाखों रुपए मंडी...
बुलंदशहर। एशिया की बड़ी मंडियों में शुमार जहांगीराबाद की नवीन अनाज मंडी गंदगी, जलभराव और व्यवस्थाओं के जंजाल में घिर गई है। मंडी में न तो पीने के स्वच्छ पानी की व्यवस्था है और न ही साफ सफाई पर ध्यान दिया जा रहा है। प्रतिदिन लगभग 4 से 5 लाख रुपए मंडी शुल्क वसूलने के बावजूद भी सुविधाओं के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। शौचालय गंदगी से अटे पड़े हैं। हैंडपंप और वाटर कूलर कई साल से खराब पड़े हुए हैं। सैकड़ों की संख्या में घूमते छुट्टा गोवंश किसानों और व्यापारियों के अनाज को चट कर रहे हैं। मंडी में चारों ओर जलभराव हो रहा है, जिसके चलते व्यापार भी प्रभावित हो रहा है व्यापारियों का आरोप है कि लगातार शिकायतों के बाद भी समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है।
यदि मंडी में साफ सफाई और सुविधाओं पर ध्यान दिया जाए तो व्यापार भी रफ्तार पकड़ेगा। बता दें कि जहांगीराबाद की नवीन अनाज और फल मंडी का नाम एशिया की जानी-मानी मंडियों में शुमार है। यहां समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। जानकारी के मुताबिक मंडी में कुल 250 से ज्यादा व्यापारी पंजीकृत हैं और प्रतिदिन औसतन करीब 4 करोड़ रुपए का कारोबार होता है। व्यापारी नेता नवीन बंसल ने बताया कि व्यापार के सापेक्ष में औसतन चार से पांच लाख रुपए प्रतिदिन व्यापारिक मंडी शुल्क भी जमा करते हैं। लेकिन इसके किसानों और व्यापारियों को मंडी में सुविधा नहीं मिल पा रही है। मंडी में जलभराव से गंदगी फैल रही है और गंदगी से मच्छर पनप रहे हैं। जिससे डेंगू, मलेरिया जैसी घातक बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है। मंडी में गंदगी के चलते बदबू भी फैल रही है। व्यापारियों का कहना है कि मंडी में साफ सफाई के उचित व्यवस्था की जाए और गंदगी से निजात मिले तो व्यापार भी रफ्तार पकड़ेगा। पीने के पानी और शौचालयों की भी उचित व्यवस्था की जानी चाहिए। पुराने और जर्जर शौचालय का निर्माण दोबारा होना चाहिए। साथ ही बिजली की उचित व्यवस्था भी जरूरी है। खराब पड़े वाटर कूलर और हैंडपंप की मरम्मत करते हुए नए वाटर कूलर लगाए जाने चाहिए। जिससे मंडी में आने वाले किसानों को स्वच्छ पानी मिल सके। मंडी में चारों ओर जलभराव, गंदगी फैली व्यापारियों ने बताया कि मंडी के दोनों गेटों पर घुसते ही जल भराव हो रहा है। इसके अलावा पूरे मंडी परिसर में चारों ओर जलभराव के कारण कई जगहों पर तालाब नजर आते हैं। मंडी के 80% क्षेत्र में जल निकासी की व्यवस्था नहीं है, जिसके चलते जल भराव में कीचड़ और गंदगी हो रही है। जलभराव में मच्छर भी पनपना लगे हैं, जिससे मंडी में बैठना मुश्किल हो रहा है। व्यापारी और किसानों को डेंगू मलेरिया का डर सता रहा है। जलभराव में अनाज के ट्रक भी फंस जाते हैं। व्यापारी नेता नवीन बंसल ने बताया कि जलभराव को लेकर कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मंडी में कई सचिव बदले गए हैं, लेकिन यहां के हालात नहीं बदले गए। व्यापारियों का कहना है कि मंडी में हो रहे जलभराव को ड्रेनेज सिस्टम के द्वारा जमीन में डालकर भूजलस्तर भी बढ़ाया जा सकता है। इससे जलभराव की समस्या से छुटकारा मिलेगा, साथ ही भूजलस्तर भी बढ़ेगा। हैंडपंप वाटर कूलर खराब पड़े जहांगीराबाद की अनाज मंडी में किसानों और व्यापारियों को पीने के लिए स्वच्छ पानी की व्यवस्था नहीं है। 1000 से ज्यादा मजदूर रोजाना मंडी में कार्य करते हैं। पानी पीने के लिए उन्हें मंडी से बाहर ही जाना पड़ता है। व्यापारियों ने बताया कि मंडी में हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं और वाटर कूलर भी नहीं चल रहे। भारी भरकम मंडी शुल्क वसूलने के बाद भी मूलभूत सुविधा पानी की व्यवस्था नहीं की जा रही है। फल और सब्जी मंडी में भी पीने के पानी की उचित व्यवस्था नहीं है। वाटर कूलर की टंकियां भी खराब पड़ी है। हैंडपंपों के हैड गायब है और पंप रह गए हैं। व्यापारी किसान और मजदूर गंदा पानी पीने को मजबूर हैं जिसके कारण बीमारी फैलने की भी आशंका बनी हुई है। व्यापारियों का कहना है की मंडी में नए वाटर कूलर लगाए जाने चाहिए और हेड पंप ठीक करा कर पानी की उचित व्यवस्था की जानी जरूरी है। शौचालय में पसरी गंदगी, टंकी में पानी नहीं नवीन अनाज मंडी में कई जगहों पर सार्वजनिक शौचालय बनाए गए हैं। आरोप है कि शौचालय में साफ सफाई नहीं की जा रही है और गंदगी फैली हुई है। लापरवाही का आलम इस कदर है कि शौचालय की छत पर रखी गई पानी की टंकी नीचे पड़ी हुई है। पानी की पाइपलाइन टूटी हुई है और शौचालय में पानी की व्यवस्था नहीं है। लाखों रुपए खर्च होने के बावजूद किसान व्यापारी और मजदूर खुले में शौच जाने को मजबूर हो रहे हैं। साफ सफाई के नाम पर लाखों रुपए रुपए खर्च करने के बावजूद मंडी परिसर में गंदगी फैली हुई है। शौचालय में कचरा और बोरे भरे पड़े हैं। गंदगी के कारण लोग शौचालय में घुसने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। व्यापारी ने बताया कि शौचालय में फैली गंदगी के साफ-सफाई को लेकर कई बार मंडी के अधिकारियों से कहा गया है लेकिन अनसुना कर दिया जाता है। छुट्टा पशु अनाज को चट कर रहे व्यापारी नेता नवीन बंसल ने बताया कि अनाज मंडी में छुट्टा पशु भी एक बड़ी समस्या है। नगर में कई गौशाला होने के बावजूद बड़ी संख्या में छुट्टा पशु मंडी में घूम रहे हैं और मंडी में ही अपना डेरा डाल रखा है। यह छुट्टा पशु मंडी में किसानों और व्यापारियों की अनाज को चट कर रहे हैं। इसके अलावा मंडी में आने वाले लोगों और किसानों के लिए छुट्टा पशुओं के हमले का डर भी रहता है। ये छुट्टा पशु अनाज खाने के बाद जगह-जगह गोबर कर देते हैं जिससे गंदगी फैलती है। व्यापारी और किसानों ने अनाज मंडी से छुट्टा पशुओं को पकड़ने की मांग भी की है। बिजली की व्यवस्था भी चौपट, लो वोल्टेज और ट्रिपिंग से व्यापारी परेशान व्यापारियों ने बताया कि अनाज मंडी में बिजली व्यवस्था भी चौपट है, यहां ठीक से बिजली न मिलने के कारण व्यापारियों के साथ-साथ किसानों को भी समस्या का सामना करना पड़ता है। अनाज बरसाने के दौरान बिजली के पंखे चलाए जाते हैं, लेकिन बिजली लो वोल्टेज और ट्रिपिंग के चलते समस्या होती है। व्यापारी नेता नवीन बंसल ने बताया कि मंडी में जर्जर लाइन की मरम्मत की जा रही है, जिसके चलते बिजली की ट्रिपिंग हो रही है। ढाई सौ केवीए का ट्रांसफार्मर लगने के बाद भी लो वोल्टेज की समस्या जस की तस बनी हुई है। गर्मी में दुकानों में बैठना मुश्किल हो रहा है। बिजली की व्यवस्था भी ठीक होनी चाहिए। जिससे व्यापार को भी रफ्तार मिलेगी। ठेका होने के बाद भी निजी कर्मचारियों से सफाई कराने को मजबूर व्यापारी व्यापारी नेता नवीन बंसल ने बताया कि मंडी परिसर में साफ सफाई के लिए ठेका छोड़ा जाता है। ठेका कर्मचारियों द्वारा केवल नाली और सड़कों की सफाई के नाम पर खाना पूर्ति की जाती है। दुकानों के सामने साफ सफाई करने के लिए निजी कर्मचारियों को लगाया गया है जिसके लिए उन्हें अलग से मेहताना दिया जाता है। मंडी परिसर की नालियों में गंदगी और कीचड़ भरे रहने के कारण दुर्गंध उठाती है। मंडी में साफ सफाई की उचित व्यवस्था की जानी चाहिए। कोट - भारी भरकम मंडी शुल्क लेने के बाद भी व्यापारी और किसानों को सुविधा नहीं मिल रही है। साफ सफाई की उचित व्यवस्था नहीं है। कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जाता। -नवीन बंसल, अध्यक्ष व्यापारी मंडल नवीन अनाज मंडी मंडी परिसर में जलभराव के कारण गंदगी चल रही है और बीमारी पनपने का भी खतरा बना हुआ है। साफ सफाई की जानी चाहिए। -योगेश कुमार, व्यापारी मंडी में जल निकासी के कोई व्यवस्था नहीं है, जिसके चलते 70% क्षेत्र में जल भराव की समस्या हो रही है। नालिया बनाकर जलनिकासी व्यवस्था की जानी चाहिए। -विक्की गर्ग, व्यापारी मंडी परिसर में बिजली और पानी की उचित व्यवस्था नहीं है। जिसके चलते काफी समस्या होती है। मूलभूत सुविधाएं मिलनी चाहिए। -अशोक गर्ग, व्यापारी मंडी परिसर में फैली गंदगी एक बड़ी समस्या है, इससे बीमारी भी फैल रही है। पानी की उचित निकासी व्यवस्था की जानी जरूरी है। -अजय सैनी, व्यापारी मंडी में बड़ी संख्या में छुट्टा पशु घूमते हैं जो कि किसानों और व्यापारियों के लिए बड़ी समस्या है। - योगेंद्र बाछल, व्यापारी मंडी परिसर में सार्वजनिक शौचालय गंदगी से भरे पड़े हैं। साफ-सफाई नहीं की जा रही है। जिससे लोग खुले में शौच जाने को मजबूर हो रहे हैं। - राजू जादौन, मुनीम मंडी में लो वोल्टेज और बिजली कटौती के चलते काफी समस्या होती है। बिजली की व्यवस्था ठीक की जानी चाहिए। - नीतीश बाछल, मुनीम जहांगीराबाद की अनाज मंडी एशिया की बड़ी मंडियों में मानी जाती है। लेकिन यहां सुविधाओं के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति की जा रही है। -सुनील चौधरी, व्यापारी अनाज मंडी में बिजली, पानी और मूलभूत सुविधाओं का होना जरूरी है जिम्मेदारों को इस ओर ध्यान देना चाहिए। -राजीव सिंघल, व्यापारी मंडी परिसर को गंदगी से छुटकारा मिलना चाहिए। जल भराव और गंदगी से बीमारियां भी फैल रही है। मंडी में मजदूरों और व्यापारियों के लिए निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं भी दी जानी चाहिए। -संजय लोधी, व्यापारी कोट - मंडी परिसर नगर की तुलना में निचले इलाके में स्थित है जिसके कारण बरसात के बाद जलभराव होता है। नाली निर्माण के लिए टेंडर हो गया है। जल्द चल भराव की समस्या से निजात मिलेगी। साफ सफाई की जाएगी। - राजेश प्रसाद, मंडी सचिव जहांगीराबाद सब्जी मंडी में सब्जी के पत्ते और अवशेषों को खाने के लिए छुट्टा पशु पहुंच जाते हैं। किसी को नुकसान नहीं पहुंचा रहे हैं। छुट्टा पशुओं को पकड़वाया जा रहा है। - मणिजी सैनी, ईओ, नगर पालिका जहांगीराबाद अनाज मंडी में क्षमता वृद्धि कर ढाई सौ केवी का ट्रांसफार्मर लगाया गया है। बिजली से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए एसडीओ को निर्देशित किया गया है। -सौरभ मिश्रा, एक्सईएन, जहांगीराबाद
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




