दूध विक्रेता को धमकाने वाले अफसर की जांच शुरू
दूध का नमूना लेने के बाद दूध विक्रेता से पचास हजार की रिश्वत मांगी। दस हजार रुपये मौके पर ऐंठ लिए गए। दूध विक्रेता द्वारा शिकायत करने पर उसे धमकाया गया। इस मामले की जांच सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा...
दूध का नमूना लेने के बाद दूध विक्रेता से पचास हजार की रिश्वत मांगी। दस हजार रुपये मौके पर ऐंठ लिए गए। दूध विक्रेता द्वारा शिकायत करने पर उसे धमकाया गया। इस मामले की जांच सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग ने शुरू की है। स्याना क्षेत्र में एक दूध विक्रेता से खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने दूध का सैंपल भरा। इसके बाद सैंपल को जांच के लिए नहीं भेजने के नाम पर पचास हजार रुपये की रिश्वत मांगी। बाद में दस हजार रुपये ऐंठ लिए गए। लगातार पीड़ित से रुपये की मांग की जा रही थी। पीड़ित दूध व्यापारी शीशपाल ने मान-मनौव्वल की, लेकिन लगातार रिश्वत की मांग की जाती रही। आखिरकार पीड़ित दूध विक्रेता ने मामले की शिकायत सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग से की। शिकायत पहुंचने के बाद आरोपी अफसर ने शिकायत वापस लेने के लिए पीड़ित को धमकाना शुरू किया। यहां तक की उसके रुपये वापस करने की भी बात रखी, लेकिन पीड़ित ने अपनी शिकायत वापस नहीं ली। मामले की शिकायत सहायक आयुक्त रामनरेश यादव ने शुरू कर दी है। सूत्रों की मानें तो अफसर पूर्व में भी सस्पेंड हो चुका है और विवादित रहा है। इसके अलावा स्याना क्षेत्र के ही एक व्यापारी ने भी अफसर की शिकायत एसडीएम स्याना से की है। एसडीएम स्याना भी मामले की जांच कर रहे हैं। डीओ डॉ. गौरी शंकर ने बताया कि सहायक आयुक्त ने अपने स्तर से जांच शुरू की है। जांच में यदि कोई दोषी पाया जाता है तो उन्हीं के स्तर से ही कार्रवाई भी की जानी है।