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पुरातत्व विभाग से जिले के स्थलों को मिलेगा संरक्षण

पुरातत्व विभाग से जिले के स्थलों को मिलेगा संरक्षण

पुरातत्व विभाग से जिले के स्थलों को मिलेगा संरक्षण
हिन्दुस्तान टीम,बुलंदशहरThu, 27 Aug 2020 05:32 PM
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मेरठ में एएसआई यानि पुरातत्व विभाग का कार्यालय बनने से जिले के पौराणिक स्थलों को काफी संरक्षण मिलेगा। अहार क्षेत्र में ज्यादा महाभारत कालीन पौराणिक स्थल हैं। पूर्व में मंदिरों में कुछ पौराणिक अवशेष मिले थे। अहार के अवंतिका देवी और अंबकेश्वर मंदिर काफी प्राचीन हैं। मेरठ में कार्यालय बनने से पौराणिक क्षेत्रों के विकास की उम्मीद जगी है। पौराणिक इतिहास में जिला अपनी काफी पहचान बनाए हुए है। अहार क्षेत्र महाभारत काल के मंदिरों के लिए दूर-दूर तक प्रसिद्ध है। भगवान श्रीकृष्ण और रूक्मणि के विवाह का स्थल भी अहार रहा है। रूक्मणि यहां पर स्नान करने के लिए आती थीं, और जिस सुरंग से वह आती थीं, वह भी अहार में मौजूद है। इसके अलावा अंबकेश्वर और अवंतिका देवी मंदिर का नाम दूर-दूर तक है। महाभारत कालीन अवशेष भी यहां पर मिलते रहे हैं। मगर इन पर कोई रिसर्च न होने के कारण कोई खास पहचान नहीं बन सकी। मगर अब मेरठ में पुरातत्व विभाग का क्षेत्रीय कार्यालय खुल रहा है तो जिले में जो पौराणिक स्थल हैं, उनका काफी हद तक संरक्षण हो सकेगा। पहले यह कार्यालय केवल आगरा में था और अब मेरठ में आने के बाद विभाग यहां पर भी रिसर्च कर सकेगा। हालांकि पुरातत्व विभाग के पास जिले के पौराणिक स्थलों का पूरा डाटा मौजूद है। मगर अब इन महाभारत कालीन मंदिरों के बारे में लोगों को और अधिक जानकारी मिल सकेगी। ---- अहार क्षेत्र में खुदाई पर रोक अहार क्षेत्र काफी पौराणिक है तो यहां पर खुदाई पर रोक लगी हुई है। ग्रामीण बताते हैं कि गांव में या इससे बाहर जब भी खुदाई होती है तो उसमें मकान निकलते हैं और पूर्व में महाभारत कालीन युद्ध के अवशेष भी मिले थे। बताया गया कि जो अवशेष मिले थे उन्हें पुरातत्व विभाग अपने साथ ले गया और अभी तक इनकी कोई रिपोर्ट नहीं आई है। अब मेरठ में कार्यालय आने के बाद रिपोर्ट भी अफसरों को जल्द मिल जाया करेगी। --- कोट ... जिले का काफी हिस्सा पौराणिक स्थलों से घिरा हुआ है। पुरातत्व विभाग इसे देखता है। इसके बारे में अभी खास जानकारी नहीं है। जिले में यदि कुछ ऐसा मिलता है तो उसे पुरातत्व विभाग के पास भेजा जाएगा। -अभिषेक पांडे, सीडीओ

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