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55 दिन में 58 लोगों की सड़क हादसों में मौत

जिले की सड़कें खूनी हो रही हैं।

55 दिन में 58 लोगों की सड़क हादसों में मौत
हिन्दुस्तान टीम,बुलंदशहरMon, 24 Feb 2020 09:58 PM
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जिले की सड़कें खूनी हो रही हैं। पुलिस की तमाम कवायद के बावजूद सड़क हादसों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। हर रोज कोई न कोई व्यक्ति सड़क हादसे में अपनी जान गंवा देता है। वर्ष 2020 के शुरुआती 55 दिन में ही सड़क हादसों में 58 लोगों की जान जा चुकी है। मृतकों में दो पहिया वाहन चालकों की संख्या बेहद अधिक है।जिले में सड़क हादसों में निर्दोष लोगों के खून से सड़कें लाल हो रही हैं। शनिवार रात को गुलावठी-सिकंदराबाद मार्ग पर हुए हादसे में एक दंपति समेत तीन लोगों की मौत हो गई। तीनों मृतक एक ही परिवार से ताल्लुक रखते थे। इसके अलावा स्याना क्षेत्र में अज्ञात वाहन से कुचलकर एक ग्रामीण की मौत हो गई। लगातार हादसों ने जिले में यातायात व्यवस्था को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। कहने को, पुलिस-प्रशासन द्वारा हादसे रोकने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। इसके बावजूद ऐसी क्या वजह है कि हादसे लगातार हो रहे हैं और निर्दोष वाहन चालकों को अपनी जान गंवानी पड़ती है। वर्ष 2020 में शुरूआती 55 दिन में करीब 72 हादसों में 58 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, जबकि 190 से अधिक लोग घायल हुए हैं। हादसों में मारे गए लोगों में दोपहिया वाहन सवारों की संख्या अधिक है।छह साल में करीब 1934 लोगों ने गंवाई जानपिछले करीब छह साल में जिले में 1915 लोगों की सड़क दुर्घटनाओं में मौत हुई है। घायलों की तादाद भी हजारों में है। सड़क दुर्घटनाओं में वर्ष 2014 में जनपद में 322 लोगों की मौत हुई, जबकि वर्ष 2015 में सड़क हादसों में 342 लोगों की मौत हुई। वर्ष 2016 में करीब 313 लोग हादसों में काल के गाल में समा गए। वर्ष 2017 में सड़क हादसों में करीब 285 लोगों की मौत हो गई। वर्ष 2018 में करीब 297 लोगों की हादसों में जान गई। वर्ष 2019 में ही अभी तक 317 लोगों की जान जा चुकी है। वर्ष 2020 में अब तक 58 लोगों की जान जा चुकी है।लापरवाही बन जाती है मौत का कारणपुलिस अधिकारी भी मानते हैं कि अधिकांश हादसों के पीछे वाहन चालकों की लापरवाही जिम्मेदार होती है। रात अथवा तड़के होने वाले हादसों एवं मौतों के पीछे वाहन चालक का नींद में होना, तेज गति से वाहन दौड़ाना, शराब पीकर वाहन चलाना, हेलमेट न पहनना आदि प्रमुख कारण हैं।कोट---वाहन चालकों को यातायात नियमों को लेकर जागरूक रहना चाहिए। यातायात नियमों का पालन करने पर हादसों की संख्या में काफी हद तक कमी लाई जा सकती है। दोपहिया वाहन चालक सफर करते वक्त हेलमेट का प्रयोग करना चाहिए।- संतोष कुमार सिंह, एसएसपीकैसे रूकें हादसे-------------यातायात नियमों के प्रति जागरूक बनें वाहन चालकमोटर वाहन एक्ट का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाईस्कूली बच्चों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया जाएचालकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाना चाहिएक्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत एवं चौड़ीकरण कार्य होप्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक लाइट एवं जेबरा-क्रासिंग होनी चाहिए

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