जिले में 1.56 लाख श्रमिकों का नवीनीकरण से किनारा
जिले में श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिक नवीनीकरण कराने से कतरा रहे हैं। पंजीकृत 3,06,817 श्रमिकों से अभी कुल 1,50,442 ने पोर्टल पर अभी तक अपना...
जिले में श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिक नवीनीकरण कराने से कतरा रहे हैं। पंजीकृत 3,06,817 श्रमिकों से अभी कुल 1,50,442 ने पोर्टल पर अभी तक अपना नवीनीकरण कराया है। श्रमिकों के पंजीकरण न होने से विभाग की योजनाओं का भी जिले में ज्यादा श्रमिकों को लाभ नहीं मिल रहा है। नवीनीकरण न कराने वाले श्रमिकों के बारे में बताया जा रहा है कि वह काम की तलाश में दूसरे राज्यों में रूख कर चुके हैं। ऐसे श्रमिकों की संख्या 1,56,375 है, इनके बारे में विभाग को कोई जानकारी भी नहीं मिली है। लगातार श्रमिकों को नवीनीकरण के प्रति जागरूक किया जा रहा है मगर उक्त श्रमिकों के बारे में कोई सूचनाएं नहीं है। सहायक श्रमायुक्त ने बताया कि श्रमिक धीरे से पंजीकरण करा रहे हैं, काफी श्रमिक काम की तलाश में दूसरे राज्यों में गए हैं। विभाग में जिन श्रमिकों का पंजीकरण है केवल उन्हें योजनाओं का लाभ मिलेगा बाकि किसी भी श्रमिक को योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा।
------
दूसरे राज्यों में पहुंचे श्रमिक
जिले में श्रमिकों को मजदूरी ठीक न मिलने के कारण वह रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों में जा रहे हैं। दिल्ली, मुम्बई, गुजरात, मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों में श्रमिक मजदूरी कर रहे हैं। जिले में केवल उन्हें आठ से दस हजार की मजदूरी मिलती है तो दूसरे राज्यों में यहां से मजदूरी ज्यादा है, इसलिए अधिकांश श्रमिक दूर जाना पसंद करते हैं। जिले से करीब 1.50 लाख श्रमिक दूसरे राज्यों में नौकरी कर रहे हैं।
------
कोट---
श्रमिक नवीनीकरण कम करा रहे हैं। जिले में 1.56 लाख से अधिक श्रमिकों ने नवीनीकरण नहीं कराया है। अभियान चलाकर श्रमिकों को जागरूक किया जाएगा। काफी श्रमिक दूसरे राज्यों में चले गए हैं। श्रमिक नवीनीकरण जरूर कराएं तभी उन्हें योजनाओं का लाभ मिलेगा।
-सर्वेश कुमारी, सहायक श्रमायुक्त