
जिनके नाम पर कमा-खा..., योग गुरु रामदेव पर बृजभूषण शरण सिंह की फिर फिसली जुबान
संक्षेप: बृजभूषण शरण सिंह ने गोंडा और बलरामपुर क्षेत्र से कई ऋषि और मुनियों के जुड़े होने का जिक्र किया। बोलते-बोलते उनकी जुबान फिसल गई और उन्होंने योग गुरु बाबा रामदेव के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। उन्होंने महर्षि पतंजलि ऋषि का जिक्र करते हुए कहा कि वह भी यहीं से जुड़े थे।
योग गुरु बाबा रामदेव को लेकर भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह की जुबान एक बार फिर फिसली गई। हाल में यूपी के बलरामपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में बृजभूषण सिंह के संबोधन का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसमें वह बाबा रामदेव को लेकर विवादित बयान देते दिख रहे हैं। इस वीडियो पर सोशल मीडिया में खूब प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कई यूजर्स बाबा रामदेव तो कई बृजभूषण का समर्थन करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में बृजभूषण ने कहा, ‘रामदेव जिसके नाम पर कमा खा रहा है, महर्षि पंतजलि का इतिहास भी गोंडा से है।’

यूपी की कैसरगंज सीट से भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह पहले भी योग गुरु बाबा रामदेव पर विवादित टिप्पणी कर चुके हैं। साल 2022 में उन्होंने बाबा रामदेव पर महर्षि पतंजलि के नाम का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तब बाबा रामदेव ने उन्हें कानूनी नोटिस भी भेजा था। इस बार बृजभूषण के जिस बयान पर विवाद छिड़ा है उसे पिछले दिनों भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की पुण्यतिथि पर बलरामपुर में आयोजित कार्यक्रम का बताया जा रहा है। इस कार्यक्रम का आयोजन पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी की पौत्री अंजली मिश्र की ओर से किया गया था। कार्यक्रम में पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि अटल जी कोई सामान्य व्यक्ति नहीं बल्कि एक महामानव थे। उन्होंने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़े कई संस्मरणों को साझा किया। कहा कि विपरीत परिस्थितियों में भी वह विचलित नहीं होते थे।
बताया जा रहा है कि कार्यक्रम में शिरकत के दौरान बृजभूषण को किसी बात पर बाबा रामदेव की याद आ गई। बृजभूषण शरण सिंह ने गोंडा और बलरामपुर क्षेत्र से कई ऋषि और मुनियों के जुड़े होने का जिक्र किया। बोलते-बोलते उनकी जुबान फिसल गई और उन्होंने योग गुरु बाबा रामदेव के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। उन्होंने पतंजलि ऋषि का जिक्र करते हुए कहा कि जिसके नाम पर बाबा रामदेव अपना धंधा चला रहे हैं वह भी यहीं से जुड़े हुए थे।
गोंडा से क्या है महर्षि पतंजलि का कनेक्शन
महर्षि पतंजलि की जन्मस्थली गोंडा जिले में बताई जाती है। गोंडा के वजीरगंज क्षेत्र के कोंडर गांव में उनकी जन्मस्थली मानी जाती है। यह गांव कोंडर झील के किनारे स्थित है। इसे अपनी ऐतिहासिक और धार्मिक पहचान के लिए जाना जाता है। कहा जाता है कि महर्षि पतंजलि ने यहीं योग की शिक्षा दी और अंतर्ध्यान हो गए।





