
निजी चैनल चलाता था ब्रजेश, न्यूज एंकर कनिका ने क्यों किया कत्ल? यहां पढ़ें पूरी कहानी
संक्षेप: ब्रजेश गुप्ता एक निजी चैनल चलाता था। कनिका के भाई सन्नी और मन्नी से उसकी दोस्ती थी। इसी दौरान उसका घर भी आना जाना होता था। कनिका को पत्रकारिता का शौक था वह एंकर बनना चाहती थी। जानकारों के मुताबिक ब्रजेश ने कनिका को अपने चैनल में एंकर बनाया। यहीं से दोनों की दोस्ती गहरी होती चली है।
यूपी के कानपुर में पत्रकार ब्रजेश की हत्या बेरहमी से की गई थी। इसके साक्ष्य पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आए थे। पीएम रिपोर्ट के मुताबिक उसके सिर, गर्दन, कनपटी के दोनों ओर और पीठ पर कई बड़े और छोटे घाव मिले थे जो उसकी मौत की वजह बने। ब्रजेश के शरीर पर डेढ़ सेमी से लेकर 10 सेमी तक गहरे घाव थे।

एडीजीसी गौरवेंद्र नारायण त्रिपाठी के मुताबिक आरोपियों ने ब्रजेश गुप्ता को पहले शराब पिलाई। जब वह अचेत अवस्था में हो गया उसे बेड पर लिटा दिया। इसके बाद उसके सिर, कनपटी और गर्दन के पिछले हिस्से में सूजे से वार कर मौते के घाट उतार दिया। हत्या के दौरान हथौड़े का भी प्रयाेग किया गया। इसके भी घाव शरीर में मिले थे। उसके सिर में एक घाव ब्रेन तक मिला था। नाक की हड्डी और हाथ की अंगुलियां टूटी हुई थीं। उसके दोनों हाथ टेढ़े थे। सिर से खून निकल रहा था। एक आंख खुली थी, जबकि दूसरी बंद थी। पूरे शरीर पर बड़े घाव की संख्या करीब 25 थी।
निजी चैनल चलाता था ब्रजेश, कनिका थी एंकर
बाबूपुरवा निवासी ब्रजेश गुप्ता एक निजी चैनल चलाता था। उसकी कनिका के भाई सन्नी और मन्नी से दोस्ती थी। इसी दौरान उसका घर भी आना जाना होता था। कनिका को पत्रकारिता का शौक था वह एंकर बनना चाहती थी। जानकारों के मुताबिक ब्रजेश ने कनिका को अपने चैनल में एंकर बनाया और यहीं से दोनों की दोस्ती गहरी होती चली है। ब्रजेश का उसके घर आना जाना शुरू हुआ। सूत्र बताते हैं कि बढ़ती नजदीकियों को लेकर उनके बीच विवाद भी शुरू हो गए। इन्हीं विवादों को लेकर कनिका और उसके भाईयों ने हत्या की योजना बना डाली।
पहले रिवाल्वर निकाली, फिर सूजे से गोद डाला
अपनी योजना के तहत कनिका, उसके भाई और दोस्त 13 जून को ब्रजेश को घर ले गए जहां सबने शराब पी। ब्रजेश को को अधिक मात्रा में शराब पिलाई गई। जिसके बाद वह लड़खड़ाकर बेड पर गिर पड़ा। उसके बेड पर गिरते ही कनिका ने चेक किया तो वह अर्धचेतना में था। ब्रजेश लाइसेंसी रिवाल्वर साथ रखता था। उसके बेड पर गिरने के बाद सबसे पहले उसकी रिवाल्वर निकाली गई। इसके बाद हथौड़ी और सूजे से उस पर ताबड़तोड़ कई वार किए गए। उसकी मौत के बाद बेड के चादर में ही शव को लपेटकर बोरे में भर दिया गया। इसके बाद बोरे को ब्रजेश की ही कार की पिछली सीट पर रखकर रतनलाल नगर पानी की टंकी के पास ले जाया गया। यह जगह कनिका के घर से महज आधा किमी दूर है। कनिका के भाई कार चलाकर ले गए थे।
ब्रजेश ने मौत से पहले बताया था कि धमकी मिली है
कार में ब्रजेश गुप्ता का शव बोरे से निकाला गया तो वह चादर में लिपटा था। चादर पूरी तरह रक्त रंजित था। भाई प्रभात ने पुलिस को बताया था कि हत्या से दो दिन पहले ब्रजेश ने उन्हें बताया था कि कनिका व उसके भाई धमकी दे रहे हैं। उसके मुताबिक कनिका के पिता राजेंद्र ग्रोवर अपराधिक किस्म के थे। बर्रा पुलिस ने चरस तस्करी व चोरी के मामले में उसे जेल भेजा था। जिसकी जानकारी होने पर बृजेश ने कनिका को नौकरी से निकाल दिया था। इसी बात को लेकर आरोपी उसे धमका रहे थे।
कनिका ने बताई थी शोषण की कहानी
कनिका ने हत्या की वारदात अंजाम देने के बाद पुलिस को बताया था कि ब्रजेश ने उसके पिता को फर्जी केस में जेल भिजवाया था। वह लगातार उसका शोषण कर रहा था। सिगरेट से दागने के निशान भी उसने पुलिस को दिखाए थे। वह अक्सर उसके साथ घर पर आकर मारपीट करता था। उसने पुलिस को कई बार प्रार्थना पत्र दिए लेकिन ब्रजेश की दबाव में उसकी सुनवाई नहीं होती थी। वह भाईयों को भी फर्जी केस में जेल भिजवाने की धमकी देता था।





