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रोमांचक दौर में पहुंची जिपं अध्‍यक्ष की लड़ाई

बिजनौर। वरिष्‍ठ संवाददाता

रोमांचक दौर में पहुंची जिपं अध्‍यक्ष की लड़ाई
हिन्दुस्तान टीम,बिजनौरTue, 13 Mar 2018 09:57 PM
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जिला पंचायत अध्यक्ष पद की लड़ाई एकदम से रोमांचक दौर में पहुंच गई। एकतरफा दिख रहे मुकाबले में चली गई एक चाल के बाद अब समीकरण फंसते नजर आ रहे हैं।

उदयन वीरा के इस्तीफे के बाद खाली हुए जिपं अध्यक्ष पद के लिए सोमवार को नामांकन कराया गया। नामांकन दोपहर बाद तीन बजे तक होने थे। तीन जिपं सदस्यों ने नामांकन प्रपत्र खरीदे थे। इनमें से उदयन वीरा खेमे की ओर से नामांकन नहीं कराने के संकेत मिल रहे थे। दूसरे दावेदार मोनिका चौधरी के पति खुद साकेंद्र प्रताप के साथ दिनभर मौजूद रहे। सवा दौ बजे नामांकन कर कलक्ट्रेट से निकले साकेंद्र प्रताप सिंह और उनके समर्थक निर्विरोध चयन होने की घोषणा कर चुके थे। इसलिए जमकर खुशी मनाई गई, लेकिन अचानक से समीकरण पलटे। नामांकन की समय सीमा खत्म होने से करीब 15 मिनट पहले यानी पौने तीन बजे निवर्तमान जिपं अध्यक्ष उदयन वीरा मोनिका चौधरी के साथ कलक्ट्रेट पहुंचे और मोनिका चौधरी का नामांकन कराया। जिले की राजनीति पर गहरी पकड़ रखने वालों का मानना था कि ऐन मौके पर उदयन वीरा कोई मास्टरस्ट्रोक जरूर चलेंगे। यही उनका मास्टरस्ट्रोक था, लेकिन इसकी सूचना जंगल में आग की तरह फैल गई। कलक्ट्रेट गेट के बाहर ही मोनिका चौधरी और वीर सिंह समेत कई लोगों से पुलिस की मौजूदगी में अभद्रता हुई और इसके बाद मोनिका चौधरी और वीर सिंह के अपहरण की अफवाह उड़ गई। हालांकि, बाद में मोनिका चौधरी और वीर सिंह ने अपने अपहरण की बात को साफ नकार दिया। जिला पंचायत की चाबी मोनिका-वीर के पासजिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी की चाबी फिलहाल मोनिका सिंह और वीर सिंह के पास है। भाजपा के प्रत्याशी घोषित नहीं करने के बाद माना जा रहा था कि साकेंद्र प्रताप सिंह की राह आसान हो जाएगी, लेकिन ऐन मौके पर भाजपा से टिकट मांग रही मोनिका चौधरी ने नामांकन कर सबको चौंका दिया। हालांकि, उनके अपहरण की अफवाह भी उड़ी, जिसको उन्होंने नकार दिया। उन्होंने अपना पर्चा वापस लेने की बात भी कही। लेकिन, रात होते-होते वीर सिंह ने कहा कि वह अपने समर्थकों से बात कर अगली रणनीति तय करेंगे। जाहिर है कि सोमवार को दिन भर साकेंद्र प्रताप सिंह के साथ रहने के बाद ऐन मौके पर नमांकन कराना, बार-बार बयान पलटना, मोनिका सिंह और वीर सिंह की राजनीति का एक हिस्सा है। साकेंद्र का विरोधी गुट मोनिका चौधरी और वीर सिंह के बहाने सदस्यों का मन टटोलने में लगे हैं। 'बहुमत हमारे साथ, बाकी सब बकवास की बात' जिपं सदस्य और अध्यक्ष पद के प्रत्याशी साकेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि बहुमत उनके साथ है। कुल 57 सदस्यों में से 50 से ज्यादा का समर्थन उनको मिल चुका है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि उदयन वीरा ने केवल एक विस क्षेत्र में ही जिला पंचायत के पैसों के काम कराया है। मैं सभी सदस्यों के सम्मान की लड़ाई लड़ रहा हूं। जीत निश्चित है।'हम मजबूती से चुनाव लड़ रहे है, जीत तय है'मोनिका चौधरी के पति वीर सिंह का कहना है कि अधिकांश सदस्यों की राय है कि मोनिका चौधरी को जिपं अध्यक्ष बनना चाहिए। उनका कहना है कि हम पूरी मजबूती के साथ मैदान में उतरे है। पूरी मजबूती से चुनाव लड़ेंगे। हमारी जीत तय है।

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