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बजट में नहीं रखा गया महिलाओं की रसोई का ज्यादा ध्यान

बोली महिलाएं- आम करदाताओं के लिए बजट में नहीं की गई कोई नई छूट प्रदानबजट में नहीं रखा गया महिलाओं की रसोई का ज्यादा ध्यान बजट में नहीं रखा गया...

बजट में नहीं रखा गया महिलाओं की रसोई का ज्यादा ध्यान
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,बिजनौरMon, 01 Feb 2021 10:30 PM
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वित्त मंत्री ने सोमवार को बजट प्रस्तुत किया। बजट को लेकर गृहणियों से बात की गई तो कुछ गृहणियों ने बजट को संतुलित बताया तो कुछ गृहणियों ने कहा कि बजट में कुछ ज्यादा राहत नहीं मिली है। महिलाओं से पूछा गया तो उन्होंने कुछ इस तरह से अपनी प्रतिक्रिया दी.........

वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत बजट संतुलित बजट कहा जा सकता है क्योंकि आधारभूत संरचना को मजबूत करने में इस बजट में अधिक बल दिया गया है। इसके अतिरिक्त 75 वर्ष की आयु जिन वरिष्ठ नागरिकों ने पूरी कर ली है उन्हें आयकर से मुक्ति प्रदान की गई है। परन्तु आम करदाताओं को आयकर में छूट की जो आशा थी वह बजट में कहीं दिखाई नहीं दी।

डॉ नीलम गुप्ता, गृहणी

संसद में जो बजट प्रस्तुत किया गया है वह मध्यम श्रेणी परिवारों की दृष्टि से बहुत उत्साहवर्धक नहीं है। क्योंकि इस बजट में आम करदाताओं के लिए न तो कोई नई छूट प्रदान की गई है और न ही कोई अतिरिक्त राहत। जिसकी महिलाओं को काफी उम्मीद थी।

-अशु शर्मा

सरकार ने गरीब वर्ग को मकान आवंटित करके जहां राहत प्रदान करने का प्रयास किया है वहीं रसोई के खर्च को बहुत अधिक अनुकूल दिशा में प्रभावित नहीं किया है। क्योंकि फुटकर बाजार में आज भी ऊंची कीमत चुकाने के बाद उपभोक्ताओं को आवश्यकताओं की वस्तुएं प्राप्त हो रही है। जिन पर सरकार को अंकुश लगाना चाहिए।

- प्रतिमा सिंह

महिला वर्ग को वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत बजट से बहुत आशाएं थी जिससे उनकी रसोई का खर्च कम होगा और बाजार में वस्तुएं उचित मूल्य पर प्राप्त होंगी। परन्तु सरकार द्वारा अनेक आवश्यक वस्तुओं पर अतिरिक्त कर लगाकर वस्तुओं को महंगा किया गया है। जिससे पारिवारिक बजट आय और व्यय की दृष्टि से अंसतुलित होने की सम्भावना बन गई है।

- अपराजिता सिंह

सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य एवं जनकल्याण दृष्टि से इस बजट में अनेक प्रावधान किए गए हैं। जैसे शिक्षा की दृष्टि से 100 नए सैनिक स्कूलों की स्थापना अनुसूचित जाति के छात्र, छात्राओं के लिए पर्याप्त धन की व्यवस्था जिससे वह उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सहभागिता कर सकें। इसके अतिरिक्त 35 हजार करोड़ रुपये कोविड जैसी महामारी को रोकने के लिए किया गया प्रावधान भी उत्तम कार्य है।

- सीमा सिंह ।

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