चाचा भतीजे हत्याकांड का खुलासा, तीन दबोचे
पुलिस ने दोहरे हत्याकांड का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को दबोच लिया है। जिन का चालान करते हुए जेल भेज दिया गया। साल 2015 में हुए कत्ल का बदला लेने...
पुलिस ने दोहरे हत्याकांड का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को दबोच लिया है। जिन का चालान करते हुए जेल भेज दिया गया। साल 2015 में हुए कत्ल का बदला लेने के लिए चाचा भतीजे की हत्या की गई थी। बाकी फरार आरोपियों की भी तलाश में पुलिस लगी हुई है।
गुरुवार को पुलिस लाइन के सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक डॉ धर्मवीर सिंह ने दोहरे हत्याकांड का खुलासा किया। गौरतलब है कि श हर कोतवाली क्षेत्र के गांव धौकलपुर में नौ मई की सुबह ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर धीर सिंह और उसके भतीजे अंकुर की हत्या कर दी गई थी। मृतक धीर सिंह के पिता महराज सिंह की तहरीर पर अनुज, नितिन व कृष्णा पुत्र अमन निवासी धौकलपुर, कंभौर निवासी देवेंद्र और गांव रावणपुर निवासी ललित व अमित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। शहर कोतवाली और एसओजी की टीम आरोपियों की तलाश कर रही थी।
खुलासा करते हुए एसपी ने बताया कि हत्याकांड में मुजफ्फरनगर के भोपा थाना क्षेत्र के गांव धीराहेड़ी निवासी आकाश राठी उर्फ राजीव, स्योहारा के गांव राना नंगला निवासी सुमित और गांव धौकलपुर निवासी कृष्णा को गिरफ्तार किया गया है। तीनों पर पचास हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। पकड़े गए आरोपी के पास से लाइसेंसी दुनाली बंदूक, एक बंदूक, दो तमंचे और हत्या में प्रयुक्त कार बरामद की है। पूछताछ के बाद सामने आया कि दोहरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड अनुज था। साजिश रचने में उसका भाई नितिन, कृष्णा और उसकी पत्नी लवली भी शामिल रही। नितिन फौज में तैनात है जो कि दोहरे हत्याकांड से 3 दिन पहले ही ड्यूटी पर चला गया था। अनुज ने हत्या के लिए अपने साले सुमित और दोस्त आकाश राठी और मेरठ के थाना जॉनी के गांव किठौली निवसी विवेक को तैयार किया। अनुज अपने साले और दो दोस्तों के साथ लाइसेंसी बंदूक और तमंचे लेकर अल्टो कार से गांव पहुंचे। दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने से पहले 3 दिन तक गांव में रेकी की गई थी। योजना के चलते खेत से लौट रहे चाचा-भतीजे की हत्या कर दी। चारों हत्यारोपी हत्या के बाद सीधे किराए के मकान महादेवपुरम आए और मुजफ्फरनगर भाग गए थे। एसपी ने बताया कि अनुज, उसकी पत्नी लवली और दोस्त विवेक की तलाश की जा रही है। नितिन के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए लिखा जा रहा है। वहीं ललित, अमित और देवेंद्र की भूमिका फिलहाल हत्याकांड में नहीं पाई गई है।
एटीएम से पैसा निकालने के बाद मिली लोकेशन
अनुज अपने परिजनों के साथ मुजफ्फरनगर में छिपा हुआ था लेकिन पुलिस को धोखा देने के लिए उसने बुढ़ाना के एक एटीएम से पैसा निकाला। उसके खाते से पैसा निकलते ही एसओजी टीम और शहर कोतवाली पुलिस सक्रिय हो गई एटीएम की सीसीटीवी फुटेज निकाली गई तो उसमें एक गाड़ी का नंबर ट्रेस हुआ जिसके बाद पुलिस हत्या आरोपियों की लोकेशन तक पहुंच गई।
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