आर्य समाज का उद्देश्य शारीरिक- आत्मिक और सामाजिक उन्नति करना
आर्य समाज का 123 वां वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया हवन यज्ञ के उपरांत आर्य समाज की ओर से रैली निकालकर लोगों को कुरीतियों से दूर रहने की अपील की...

आर्य समाज का 123 वां वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया हवन यज्ञ के उपरांत आर्य समाज की ओर से रैली निकालकर लोगों को कुरीतियों से दूर रहने की अपील की गई।
आर्य समाज के 123 वे वार्षिकोत्सव के मौके पर आचार्य हरिप्रसाद शास्त्री ने मुख्य यजमान पवन कुमार वह उनकी पत्नी की उपस्थिति में हवन यज्ञ कराया। हरप्रसाद शास्त्री ने कहा कि संसार का उपकार करना आर्य समाज का उद्देश्य है, अर्थात शारीरिक आत्मिक और सामाजिक उन्नति से ही समाज का उत्थान किया जा सकता है। जो व्यक्ति धर्म अर्थ काम और मोक्ष की प्राप्ति कर लेता है वही श्रेष्ठ मानव बन जाता है। हरिद्वार से आए आचार्य कर्मवीर ने भी आर्य समाज के महत्व का वर्णन करते हुए उद्देश्यों को अपनाने का आह्वान किया। विक्रम देव आर्य, घासीराम, कल्याण सिंह ने भी विचार रखे। सुशील कुमार, ब्रजवीर सिंह, नानक चंद आड़ती, भूपेंद्र सिंह, किशन लाल, संदीप कुमार शर्मा, मीनाक्षी, कविता एवं अन्य लोग मौजूद रहे।
