खुलासे से लेकर सजा तक एसपी डा. धर्मवीर सिंह रहे अहम
खुलासे से लेकर सजा तक एसपी डा. धर्मवीर सिंह रहे अहम
तंजील हत्याकांड के खुलासे से लेकर फैसले तक एसपी डा. धर्मवीर सिंह को अहम रोल रहा है। वह घटना के समय जनपद में एएसपी ग्रामीण के पद पर तैनात थे। उन्ही के समय में हत्याकांड का खुलासा हुआ था। यह भी संयोग है कि फैसले के दौरान भी वह जनपद में एसपी बिजनौर के पद पर तैनात है। उन्हेने बताया कि पुलिस द्वारा संघन पैरवी से ही कुख्यात व उसके साथ को सजा हुई है।
जनपद में अप्रैल 2016 में सहसपुर में एनआईए के डिप्टी एसपी तंजील अहमद व उनकी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसमें कुख्यात मुनीर व उसके साथियों को नाम सामने आया था। जब घटना घटित हुई थी, उस समय डा. धर्मवीर सिंह एएसपी ग्रामीण थे। घटनास्थल उनके क्षेत्र में था। उन्होने घटना के खुलासे में अहम भूमिका निभाई थी। जबकि अब छह साल बाद कोर्ट ने मुनीर को हत्या की सजा सुनाई है। तो डा. धर्मवीर सिंह जिले के कप्तान है। उन्होने बताया है कि तंजील हत्याकांड में पुलिस ने संघन पैरवी की थी। उसी का परिणाम है कि छह साल में उसको कोर्ट ने सजा सुनाई है। उन्होने अन्य जनपदों के एसपी को पत्र भेजकर मुनीर के मामलों में संघन पैरवी का अनुरोध किया है। ताकि मुनीर को सभी मामलों में शीघ्र सजा हो सके। उन्होने बताया कि अभी 91 लाख की लूट के मामले में फैसला आना बाकी है। जिसमे पुलिस प्रभावी पैरवी कर रही है।