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शेरकोट के ब्रश का विदेशों में निर्यात हुआ बंद, संकट

शेरकोट ब्रश उद्योग की तूती जो विदेशों तक में बोलती थी वो थम गई है। विदेश में ब्रश का निर्यात बंद हो चुका...

शेरकोट के ब्रश का विदेशों में निर्यात हुआ बंद, संकट
हिन्दुस्तान टीम,बिजनौरTue, 18 Dec 2018 10:02 PM
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शेरकोट ब्रश उद्योग की तूती जो विदेशों तक में बोलती थी वो थम गई है। विदेश में ब्रश का निर्यात बंद हो चुका है। जानकारों के अनुसार नोटबंदी और जीएसटी की मार पड़ने के बाद विदेशों को ब्रश सप्लाई का खर्च वहन नहीं कर पाने की स्थिति के चलते ये सब हुआ है।

इसके अलावा इस उद्योग पर मेक इन इंडिया का नारा भी कारगार नहीं बैठा और चाइनीज कपड़े से बनने वाले रूलर ने देसी रूलर की सप्लाई को खासा प्रभावित किया है।दरअसल, शेरकोट का ब्रश उद्योग विश्व में अपनी पहचान रखता था। यहां निर्मित ब्रश विदेशों तक सप्लाई किए जाते थे लेकिन अब इन ब्रशों की सप्लाई सिर्फ अपने ही देश में सिमट कर रह गई है। ब्रश व्यवसायी शीलू भैया बताते हैं कि नोटबंदी और जीएसटी ने इस कारोबार को बुरी तरह प्रभावित किया है। इसी का नतीजा है कि अपवाद को छोड़ शेरकोट का ब्रश अब विदेशों को निर्यात नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा इस नगरी के ब्रश उद्योग पर अब चाइनीज रूलर का भी खतरा मंडराने लगा है। बताया जा रहा है कि चाइनीज कपड़े से निर्मित रूलर किफायती है। चायनीज कपड़े को चीन से आयातित कराया जा रहा है, जिसका निर्माण उत्तराखंड और दिल्ली में कई फैक्ट्रियों में किया जा रहा है।रंग कंपनी अब खुद बना रहीं ब्रशबताया जा रहा है कि कईं पेंट कंपनियां खुद ही ब्रश बना रही हैं। इन कंपनियों का नेटवर्क काफी बड़ा है और ग्राहकों में विश्वसनीयता भी है। ऐसे में विदेशों में और घरेलू बाजारों में इन कंपनियों के बने ब्रशों ने काफी हद तक होल्ड कर लिया है। कंपनियों में ब्रश बनने के कारण उनकी लागत क्षमता भी होती है और वे हस्त निर्मित ब्रश की तुलना में कम लागत में ब्रश तैयार कर किफायती दामों में बाजार में बेच रहे हैं। कहीं ऐसा न हो कि शेरकोट ब्रश उद्योग पर बंदी के संकट मंडराने लगें।

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