...बहा दो कतरा कतरा तुम हमारे खून का
सर सैयद अहमद खां के योमे पैदाइश के उपलक्ष में अंजुमन रफीक ए अदब की जानिब से स्टार वेंकट हाल में एक मिनी मुशायरे का आयोजन किया...
सर सैयद अहमद खां के योमे पैदाइश के उपलक्ष में अंजुमन रफीक ए अदब की जानिब से स्टार वेंकट हाल में एक मिनी मुशायरे का आयोजन किया गया। मुशायरे की अध्यक्षता जहीर अहमद व संचालन रईस अहमद राज ने किया मुशायरे में इलाकाई वह बेरूनी शायरों ने शिरकत की आगाज मोहम्मद अकरम नगिनवी ने नाते पाक पढ़कर किया।
शरीफ अहमद शरीफ ने कहा कि- आज जो जुल्मों सितम तुम ढाओगे/कल यकीनन तुम मगर पछताओगे। रईस अहमद राज ने कहा कि- बहा दो कतरा कतरा तुम हमारे खून का/लेकिन करोगे जुल्म फिर किस पर यहां जब हम नहीं होंगे।
मोहम्मद शाहिद अंजुम ने कहा कि- तेरी चारा जोई से है सुकून-ए-दिल/लेकिन जख्म पर मेरे मरहम देर तक नहीं रहता। डॉक्टर मोहम्मद एहतेशाम ने कहा कि- खूब अपनी हयात गुजरेगी/कुछ अगर तेरे साथ गुजरेगी, अशरफ शेरकोट ने कहा कि आए कहां थे अब तेरी दुनिया में रोशनी जो जुज्दान में लपेटकर सूरज को रख दिया। फुरकान इंडियन ने कहा कि- कुछ तो बताओ दोस्तों क्या ढूंढ रहे हो/इस दौर के लोगों में वफ़ा ढूंढ रहे हो। सुनील साहिल ने कहा कि- गरीबी के सबब कितने ताल्लुक बन नहीं पाते/अमीरी कितने रिश्ते बे सबब ही तोड़ देती है। मुशायरे में वरिष्ठ सपा नेता शेख मोहम्मद अंजार, फरीद अहमद कुरेशी, तुफैल अहमद एडवोकेट, इरशाद एडवोकेट मुस्तकीम शरीफ अहमद, बब्बू मिस्त्री, नफीस, आदि मौजूद रहे।