ग्राम प्रधानी का कार्यकाल खत्म होने पर अब बागडोर प्रशासकों के हाथ में आ गई है। इसके साथ भुगतान आदि को लेकर डीपीआरओ सतीश कुमार ने आदेश जारी कर दिए हैं। कार्य पूर्ण होने पर ही भुगतान के आदेश दिए हैं।
ग्राम पंचायतों में प्रधानों का कार्यकाल समाप्त होते ही शासन के आदेश पर प्रशासक तैनात कर दिए गए हैं। हर ब्लाक में एक प्रशासक तैनात किए गए हैं। प्रशासक और सचिव की निगरानी में रूके हुए कामों को पूरा कराया जाएगा। अगर ग्राम पंचायतों में बिना प्रक्रिया पूर्ण किए कराए गए कार्यो का भुगतान हुआ तो ऐसे हालात में प्रशासक और सचिव पर गाज गिरना तय है। डीपीआरओ ने बिना प्रक्रिया पूर्ण किए कार्यो के पेमेंट न करने के आदेश दे दिए हैं। अब प्रशासक को देखना होगा कि कार्य कराने से पहले प्रक्रिया पूर्ण हुई है या नहीं। अगर कार्य कराने से पहले प्रक्रिया पूर्ण की गई है तब ही जाकर भुगतान होगा। इससे ग्राम पंचायतों में पेमेंट के नाम पर गड़बड़ी नहीं होगी। बतादें कि कार्य होने से पहले की कुछ इस तहर से प्रक्रिया पूरी की जाती है जैसे काम कार्ययोजना में शामिल होना चाहिए, स्टीमेट बनना चाहित, वित्तीय और तकनीकी स्वीकृति होनी चाहिए ,एक लाख से ज्यादा का काम हो तो टेंडर होना चाहिए।
- ग्राम पंचायतों में अगर बिना प्रक्रिया के पूर्ण किए कार्यो का भुगतान हुआ तो प्रशासक और सचिव की जिम्मेदारी होगी। दोनों को सचेत कर दिया गया है। बिना प्रक्रिया पूर्ण किए कार्यो का अगर भुगतान हुआ तो प्रशासक पर गाज गिरना तय है। इस पर नजर बनाकर रखी जाएगी।
-सतीश कुमार, डीपीआरओ, बिजनौर