बर्ड फ्लू की आशंका में पोल्ट्री फार्म संचालकों का कारोबार भी प्रभावित हो रहा है। पोल्ट्री फार्म संचालक मुर्गों को संक्रमण से बचाने के लिए इम्यूनिटी बढ़ाने की दवाएं दे रहे हैं। इंसानों की तरह इन्हें भी मल्टी विटामिन और बी कॉम्पलेक्स दिए जा रहे हैं। फर्क सिर्फ इतना है, कि इंसानों को टेबलेट दी जाती है और इन्हें लिक्विड फार्म में दे रहे हैं।
जिले में पोल्ट्री फार्म का बड़ा कारोबार है। कोरोना के समय में पहले ही संचालकों को बड़ा नुकसान हो चुका है। अब बर्ड फ्लू की आशंका में एक बार फिर कारोबार पर संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में पोल्ट्री फार्म संचालक मुर्गियों को संक्रमण से बचाने और उनकी इम्यूनिटी बचाने के लिए हर जतन कर रहे हैं। रशीदपुर गढ़ी निवासी पोल्ट्री फार्म संचालक विकास चौधरी बताते हैं, कि वह निरंतर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी व उनकी टीम के सम्पर्क में रहते है। मुर्गियों की इम्यूनिटिी बढ़ाने के लिए उन्हें लिक्विड फॉर्म में मल्टीविटामिन्स और लीवर व किडनी के सप्लीमेंट दिए जा रहे हैं। बाहरी किसी पक्षी के प्रवेश की फार्म में कोई गुंजायश नहीं रखी जाती है। सेनिटाइजेशन के लिए भी बी-904 नाम का महंगा डिस्इंफेक्टेंट इस्तेमाल कर रहे हैं। बिना सेनिटाइज किए हुए भीतर दाना डालने वाले का भी प्रवेश नहीं है। मक्खियों से बचाने के लिए अलग स्प्रे किया जाता है। इसके अलावा ठंड के समय में भी मुर्गियों को भीतर 22 से 25 डिग्री तक के तापमान में रखा जा रहा है। विकास बताते हैं, कि चिकित्सकीय सलाह से वह तथा अन्य फार्म वाले मुर्गे-मुर्गियों को स्वस्थ रख रहे हैं। इनकी इम्यूनिटी बनाए रखने पर विशेष ध्यान है।