गरीबों का दर्द समझते हैं मोदी : दुष्यंत
भारतीय जनता पार्टी द्वारा डॉ. यशवंत सिंह को दोबारा प्रत्याशी बनाने पर रविवार को सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में विजय संकल्प सभा का आयोजन...
भारतीय जनता पार्टी द्वारा डॉ. यशवंत सिंह को दोबारा प्रत्याशी बनाने पर रविवार को सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में विजय संकल्प सभा का आयोजन किया। इसमें मुख्य अतिथि भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दुष्यंत गौतम ने सशक्त एवं मजबूत भारत के लिए भाजपा प्रत्याशियों को जिताने की अपील की।
विजय संकल्प सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दुष्यंत गौतम ने कहा कि 2014 के चुनाव में पार्टी के सामने बहुत चुनौती थी। कांग्रेस की कमजोर सरकार में मिली दुश्वारियों को दूर करने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत मेहनत की है। आतंकवाद को मुख्य चुनौती के रूप में लेते हुए आतंकी घटनाओं में पहले से कमी आई है। उन्होंने कहा कि गरीबों के दर्द एक गरीब परिवार से आया जनप्रतिनिधि ही समझ सकता है। उन्होंने लोकसभा चुनाव में सशक्त एवं मजबूत भारत के निर्माण के लिए भाजपा प्रत्याशी डॉ. यशवंत सिंह को संसद भवन भेजने की अपील की। प्रदेश के काबीना मंत्री एवं पूर्व सांसद चेतन चौहान ने कहा कि देश की जनता ने एक ऐसे प्रधानमंत्री को चुना था जो गरीबों का मर्म समझता था। जोकि देश की चौकीदार के रूप में सेवा कर रहा है। उन्होंने विपक्ष के गठबंधन को मिलावटी करार दिया। भाजपा प्रत्याशी डॉ. यशवंत सिंह ने कहा कि क्षेत्र में विधायक लोकेंद्र चौहान की कमी को कोई पूरा नहीं कर सकता। उन्होंने उपस्थित सभा से एक और मौका दिए जाने की अपील की। सभा में जिला प्रभारी आशु वर्मा, विधायक अशोक राणा, दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री सुनील भराला, अनूप वाल्मीकि, जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन दिनेश कुमार आदि ने संबोधित किया। सभा की अध्यक्षता धर्मपाल सैनी एवं संचालन नव निहाल सिंह ने किया। लीना सिंघल ने ली भाजपा की सदस्यताविधानसभा चुनाव में भाजपा से पाला बदलकर रालोद में शामिल हुई धामपुर की पूर्व चेयरपर्सन लीना सिंघल ने भी भाजपा की सदयस्ता ग्रहण की। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दुष्यंत गौतम ने उन्हें पार्टी का पटका देकर सदस्यता ग्रहण कराई। सभा में नहीं पहुंचे यशवीर सिंहहाल ही में सपा छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले पूर्व सांसद इंजीनियर यशवीर सिंह भाजपा की विजय संकल्प सभा में नहीं पहुंचे। यशवीर को टिकट के मजबूत दावेदारों में गिना जा रहा था। उनका सभा में नहीं पहुंचना चर्चा का विषय बना रहा।