फोरलेन हाईवे निर्माण के दौरान शेरकोट में विकास टॉकीज के निकट मेजर जंक्शन(प्रमुख जंक्शन) का निर्माण होगा। यहां अधिग्रहीत की गई भूमि की स्थिति को यदि देखें तो स्थिति स्पष्ट हो जाती है। यदि ये सब होता है तो शेरकोट में इस स्थान पर विकास को पंख लगना तय है।
दरअसल, हरिद्वार से लेकर काशीपुर तक बन रहे फोरलेन हाईवे निर्माण का यदि जिले में सबसे अधिक लाभ मिलता दिख रहा है तो वह स्थान शेरकोट है। बिजनौर की सीमा में जहां भी फोरलेन हाईवे निकला है, अधिकांश स्थानों पर शहरों में आबादी क्षेत्र से टच नहीं है। अधिकांश स्थानों पर बाइपास ही बना दिए गए हैं। लेकिन शेरकोट ही एक ऐसा मुख्य नगर है जिसकी सीमा के कई किलोमीटर तक आबादी क्षेत्र से सटकर हाईवे का निर्माण किया जा रहा है।
ऐसे में शहर के लिए ये अच्छी बात भी रही। उससे भी दिलचस्त बात ये है कि नगर में विकास टॉकीज और उसके निकट के पूरे तालाब को हाईवे प्रशासन ने अधिग्रहीत कर लिया है। पीएनसी अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि इस क्षेत्र में मेजर जंक्शन का निर्माण किया जा रहा है। बताया कि यहां से शहर में जाने के लिए स्थान छोड़ा जाएगा। चौपले का निर्माण किया जाएगा। ऐसा रहा तो यहां विकास को पंख लग जाएंगे। चौपला बनने से आसपास व्यवसायिक क्षेत्र विकसित होने की तमाम संभावनाएं बन जाएगी।
तो पुराना हाईवे होगा पीडब्ल्यूडी के अधीन
शेरकोट में अभी तक विकास टॉकीज के निकट जिस हाईवे पर वाहन दौड़ रहे हैं, वो हाईवे पीडब्ल्यूडी के अधीन चला जाएगा। पीएनसी अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि पुराना हाईवे पीडब्ल्यूडी के अधिकार क्षेत्र में दे दिया जाएगा जबकि इससे सटकर ही फोर लेन हाईवे निर्मित कर दिया जाएगा।