हिन्दू-मुस्लिम बंदियों ने दी बहनों को बधाई, बहनें हुई भावुक
भाई-बहन के पवित्र बंधन के त्योहार भैयादूज पर जेल की सलाखें भी इन्हें मिलने से न रोक सकीं। बहनों ने जेल पहुंचकर यहां बंद अपने भाइयों का तिलक किया तो इस अवसर पर हिन्दू-मुस्लिम बंदियों ने भी मिलकर...
भाई-बहन के पवित्र बंधन के त्योहार भैयादूज पर जेल की सलाखें भी इन्हें मिलने से न रोक सकीं। बहनों ने जेल पहुंचकर यहां बंद अपने भाइयों का तिलक किया तो इस अवसर पर हिन्दू-मुस्लिम बंदियों ने भी मिलकर रंगोली बनाकर उन्हें भैयादूज की बधाई दी। इस रंगोली को देखकर बहनें भी खुद को भावुक होने से न रोक सकी।शनिवार को जिला कारागार में बंदियों से उनके सगे-सम्बंधियों या परिचितों की मुलाकात नहीं कराई जाती है।
इस बार भैयादूज शनिवार को पड़ गयी। इसके लिए जेल प्रशासन को भी अपने नियम को शिथिल करना पड़ा। जेलर आकाश शर्मा के अनुसार शनिवार होने के बावजूद भैयादूज के त्योहार के कारण यहां जेल में बंद अपने भाइयों को तिलक करने आई बहनों को न सिर्फ उनसे मिलने और तिलक करने की छूट दी गयी, बल्कि जेल परिसर के भीतर त्योहार जैसा पूरा माहौल बन गया। करीब दो सौ से अधिक बहनों ने जेल पहुंचकर अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाया और उन्हें गोले भेंट किए तो जेल में बंद हिन्दू-मुस्लिम बंदियों ने एकता का परिचय देते हुए भैया दूज की भव्य रंगोली बनाते हुए वहां आने वाली बहनों को भैयादूज की बधाई दी।
रंगोली तैयार करने वालों में बंदी विवेक कप्तान, सचिन चौधरी, राहुल सैनी, मोहम्मद दानिश, साहिल विकार, अनूप कुमार व नाजिम आदि का सहयोग रहा। जेल प्रशासन ने इन्हें रंगोली तैयार करने के लिए आवश्यक सामग्री मुहैया करायी।