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ओलावृष्टि-बारिश से जनजीवन ठहरा, ठंड बढ़ी

तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि और बारिश से जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ है। दिनभर बदरा के बरसने से पारा 7 डिग्री लुढ़क गया। अचानक मौसम ने करवट बदली तो सर्दी में इजाफा हो...

तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि और बारिश से जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ है। दिनभर बदरा के बरसने से पारा 7 डिग्री लुढ़क गया। अचानक मौसम ने करवट बदली तो सर्दी में इजाफा हो...
1/ 2तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि और बारिश से जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ है। दिनभर बदरा के बरसने से पारा 7 डिग्री लुढ़क गया। अचानक मौसम ने करवट बदली तो सर्दी में इजाफा हो...
तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि और बारिश से जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ है। दिनभर बदरा के बरसने से पारा 7 डिग्री लुढ़क गया। अचानक मौसम ने करवट बदली तो सर्दी में इजाफा हो...
2/ 2तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि और बारिश से जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ है। दिनभर बदरा के बरसने से पारा 7 डिग्री लुढ़क गया। अचानक मौसम ने करवट बदली तो सर्दी में इजाफा हो...
हिन्दुस्तान टीम,बिजनौरTue, 22 Jan 2019 10:05 PM
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तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि और बारिश से जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ है। दिनभर बदरा के बरसने से पारा 7 डिग्री लुढ़क गया। अचानक मौसम ने करवट बदली तो सर्दी में इजाफा हो गया। जिलेभर में 75 मिमी बारिश हुई। मंगलवार को दिन का आगाज ही बारिश के साथ हुआ।

दरअसल सोमवार की शाम बारिश शुरू हो गई थी। रातभर बारिश होती रही जोकि मंगलवार को भी जारी रही। बारिश के साथ साथ तेज हवा के चलने से ठंड एक बार फिर लौट आई है। सात डिग्री तापमान लुढ़कने के साथ 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि सोमवार को 21 था। हालांकि रात में थोड़ी राहत जरूर मिली है। रात में न्यूनतम तापमान दो डिग्री की बढ़ोतरी के साथ 8 डिग्री दर्ज किया गया। ठंड बढ़ने से लोग कांपने को मजबूर हो गए। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह पहाड़ की बर्फवारी से मैदान कांप रहा था। कड़कड़ाती ठंड बारिश से एक बार फिर कंपकंपाने लगी है। सवेरे से हो रही झमाझम बारिश दोपहर में 11 बजे थोड़ी देर के लिए थमी। कुछ देर बाद फिर शुरू हो गई। ऑफिस जाने वाले लोगों को बारिश के चलते देरी हुई। शाम होने तक बादलों के बरसने का सिलसिला चलता रहा। जिले में कई जगहों पर रात में ओलावृष्टि हुई थी। मंगलवार की शाम जिला मुख्यालय सहित कई इलाकों में फिर से ओलावृष्टि हुई। दिनभर बादलों के बरसने से लोग अपने जरूरी कामकाज भी नहीं निपटा पाए। जन जीवन ठहर गया। कई कालोनियों व सड़कों पर जलभराव की भी समस्या पैदा हो गयी।सरकारी दफ्तर-बाजारों में रहा सन्नाटातड़के से ही बारिश होने के कारण सरकारी दफ्तरों में सन्नाटा पसरा रहा। कलक्ट्रेट से लेकर विकास भवन और अन्य कार्यालयों में लोगों की आवाजाही नहीं के बराबर रही। हालांकि कर्मचारी मौजूद रहे। उधर बाजारों में भी दुकानदार ग्राहकों का इंतजार करते रहे लेकिन, खरीदारों के नहीं पहुंचने से बाजारों की रौनक गायब रही। गेहूं के लिए मुफीद है बारिशयूं तो सभी फसलों के लिए सर्दी की बारिश फायदेमंद होती है लेकिन, गेंहू के लिए बारिश की एक एक बूंद अमृत से कम नहीं है। किसानों के लिए बारिश सोना बनकर बरस रही है। बारिश होने से किसानों के चेहरे खिल उठे। किसान रामपाल, राम सिंह, विजय सिंह आदि किसानों ने बताया कि बारिश पड़ने से गेहूं का उत्पादन बढ़ जाएगा। बरसात होने से सिंचाई साथ साथ फसलों में नाईट्रोजन की पूर्ति भी हो जाती है।बिजली आपूर्ति में रही दिक्कतआंधी बारिश के कारण सोमवार की शाम जिला मुख्यालय पर भी बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। रात में 9 बजे आपूर्ति बहाल हुई। इसके बाद 12 बजे बिजली गायब हो गई। मंगलवार को दिन में भी बिजली की आंख मिचोली चलती रही। ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति की समस्या सबसे ज्यादा देखने को मिली। हवाओं के चलने से लाइनों के फॉल्ट से बिजली गायब रही।

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