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खाद घोटाले में प्रथम दृष्टया दोषी करार दिए गए पांच सचिव और दो एससीडीआई

बिजनौर में हुए 1 करोड़ 25 लाख के खाद घोटाले में पांच सचिव और दो ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक को प्रथम दृष्टया दोषी माना गया...

खाद घोटाले में प्रथम दृष्टया दोषी करार दिए गए पांच सचिव और दो एससीडीआई
हिन्दुस्तान टीम,बिजनौरMon, 01 Apr 2019 10:16 PM
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बिजनौर में हुए 1 करोड़ 25 लाख के खाद घोटाले में पांच सचिव और दो ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक को प्रथम दृष्टया दोषी माना गया है। जांच अधिकारी डिप्टी सीसी मेरठ हरपाल सिंह को नियुक्त किया गया है। जांच में अगर आरोप सिद्ध हुआ तो इनके खिलाफ कार्रवाई होना तय है।

बिजनौर में खाद घोटाला सामने आते ही अब प्रदेश भर में खाद घोटाले खुलेंगे। इस घोटाले के बाद प्रदेश भर के खाद गोदामों पर प्रमुख सचिव गन्ना की नजर पड़ गई है। खाद गोदाम प्रभारियों में हड़कम्प मचा है। डीसीओ द्वारा बैठाई गई जांच में बिजनौर खाद गोदाम प्रथम पर 87 लाख 19 हजार, 312 रुपये, चंदूपुरा खाद गोदाम पर करीब 2572102 रुपये का एनपीके, डीएपी, यूरिया खाद गायब मिला था। वहीं बाकपुर के खाद गोदाम पर करीब 13 लाख 57 हजार रुपये का खाद घोटाला हुआ है। करीब 1 करोड़ 25 लाख रुपये के तीन खाद गोदामों पर हुए घोटाले की जांच रिपोर्ट डीसीओ ने प्रमुख सचिव गन्ना को भेजी थी। प्रमुख सचिव गन्ना ने इस खाद घोटाले में संजीव मोहन भसीन वर्तमान सचिव बिजनौर समिति, आनंद प्रकाश दूबे पूर्व सचिव बिजनौर गन्ना समिति, धर्मेन्द्र सिंह पूर्व सचिव बिजनौर समिति, शेषनारायण दीक्षित पूर्व सचिव गन्ना समिति बिजनौर, निरेन्द्र कुमार यादव पूर्व सचिव बिजनौर तथा दालेश्वर मिश्र ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक बिजनौर व पूर्व एससीडीआई रामभद्र द्विवेदी को प्रथम दृष्टया दोषी माना है। इनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित हो गई है। जांच अधिकारी डिप्टी सीसी हरपाल सिंह मेरठ को नियुक्त किया गया है। जल्द ही इनके जांच शुरू हो जाएगी। डीसीओ ने हल्दौर खाद गोदाम पर जांच के दौरान संदेह होने पर बिजनौर के तीनों खाद गोदामों की जांच कराई थी। :::::::::::::जांच टीम में शामिल थे ये पांच अफसर डीसीओ ने खाद गोदाम की जांच कराने के लिए टीम में पांच लोगों को रखा था। टीम में विकल भारती अपर सांख्यिकी गन्ना अधिकारी, फतेह सिंह चौधरी सीनियर ऑडिटर, संजीव त्यागी कार्यवाहक लेखाकार चांदपुर समिति, मनोज कौंट सचिव धामपुर, सूरज सिंह कार्यवाहक लेखाकर नूरपुर समिति शामिल थे। टीम ने चंद दिनों में ही घोटाला खोलकर डीसीओ के सामने रख दिया था।:::::::::::::::::::जिले के तीन खाद गोदामों पर हुए घोटले की तस्वीर बिजनौर प्रथम खाद गोदाम: जांच में कट्टे मिले गायबकट्टे खाद 8076 यूरिया4117 डीएपी 708 एनपीके सहित अन्य सामान::::::::::::चंदूपुरा पर मिला खाद गायब कट्टे खाद 5116 यूरिया 345 एनपीके 132 डीएपी :::::::::::बाकपुर खाद गोदाम पर गायब खाद के कट्टे कट्टे खाद 2916 यूरिया 154 एनपीके 209 डीएपी ::::::::::::::: बिजनौर के तीन खाद गोदामों पर हुए 1 करोड़ 25 लाख के घोटाले के बाद प्रमुख सचिव गन्ना की नजर प्रदेश भर के खाद गोदामों पर पड़ गई है। बिजनौर ही नहीं प्रदेश भर के खाद प्रभारियों में हड़कम्प मचा है। जहां भी खाद घोटाला हुआ होगा, निश्चित खुलेगा। बिजनौर में कई खाद गोदाम हमारे रडार पर है। जल्द ही बड़ा खुलासा होगा। बिजनौर के खाद घोटाले में ट्रांसपोर्टर की भी संलिप्ता मानी जा रही है। उनसे भी जल्द ही स्पस्टीकरण मांगा जाएगा। -विकल भारती, अपर सांख्यिकी गन्ना अधिकारी, बिजनौर::::::::::::बिजनौर में हुए खाद घोटाले में प्रमुख सचिव गन्ना ने पांच सचिव और दो एससीडीआई को लापरवाही बरतने पर प्रथम दृष्टया दोषी माना है। इन सभी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित हो गई है। जांच अधिकारी नियुक्त कर दिया गया है। जल्द ही इनके खिलाफ जांच शुरु हो जाएगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी। जिले के दूसरे खाद गोदामों के भी कागज खंगाले जा रहे हैं। - यशपाल सिंह, जिला गन्ना अधिकारी बिजनौर

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