आखिरी सांस तक किसानों की लड़ाई लड़ेगे : गौरव टिकैत
भाकियू नेता एवं बाबा महेंद्र सिंह टिकैत के पौत्र गौरव टिकैत ने किसान सम्मान महापंचायत में कहा कि किसान को बर्बाद नहीं होने देंगे, अपनी आखिरी सांस तक...
भाकियू नेता एवं बाबा महेंद्र सिंह टिकैत के पौत्र गौरव टिकैत ने किसान सम्मान महापंचायत में कहा कि किसान को बर्बाद नहीं होने देंगे, अपनी आखिरी सांस तक किसानों की लड़ाई लड़ेंगे। महापंचायत में उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों को आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की है। हर हाल में दिल्ली में चल रहे आंदोलन को सफल बनाना है।
आईटीआई मैदान में आयोजित महापंचायत में गौरव टिकैत को सुनने के लिए किसानों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। गौरव टिकैत ने महापंचायत में किसानों से कहा कि जो लोग आंदालन को छोड़कर भागे उनका ध्यान रखना। जाति बिरादरी से उपर उठकर किसान बनकर आंदोलन को सफल बनाना है। यह हम वादा करते हैं कि हम मर जाएंगे, लेकिन किसान को बर्बाद नहीं होने देंगे। अपनी आखिरी सांस तक किसान की लड़ाई लड़ी जाएगी। बिजनौर के किसानों ने जो जनसमर्थन दिया है ,उसका धन्यवाद। गौरव टिकैत ने कहा कि दिल्ली में चल रहे आंदोलन को मजबूती से लड़ना है। हर हाल में कृषि बिलों को वापस कराना है। गौरव टिकैत ने कहा कि दिल्ली आंदोलन में 150 से ज्यादा किसान शहीद हो गए हैं।
खालिस्तानी बताकर किसानों के आंदोलन को बर्बाद करने का काम किया गया है। जो किसान शहीद हुए उनकी आत्माओं को ठेस पहुंची है। किसानों के आंदोलन को दबाने की कोशिश की गई है। किसानों का आंदोलन खत्म नहीं होगा बल्कि और मजबूती के साथ लड़ा जाएगा। गौरव टिकैत ने दिल्ली में चल रहे आंदोलन को सफल बनाने की हुंकार भरी। महापंचायत में किसान की भीड़ उमड़ पड़ी। आईटीआई का मैदान पूरी तरह किसानों से भर गया। भीड़ आने से जाम की स्थिति रही। महापंचायत की अध्यक्षता कारी शमशाद हुसैन ने तथा संचालन जिलाध्यक्ष कुलदीप सिंह व जितेन्द्र चौधरी ने संयुक्त रूप से किया।
किसानों को दिल्ली जाने से रोका तो कार्यालय में भर देंगे भूसा : दिगम्बर सिंह
महापंचायत के दौरान भाकियू युवा प्रदेश अध्यक्ष दिगम्बर सिंह ने कहा कि 1000 टैªक्टर ट्राली से किसान दिल्ली के लिए रवाना होंगे। अगर जिले के प्रशासन ने किसानों को रोकने का प्रयास किया तो सरकारी कार्यालय में किसान भूसा भर देंगे। दिगम्बर सिंह ने कहा कि किसान की लड़ाई सिर्फ टिकैत परिवार लड़ सकता है। कहा कि मैं आखिरी सांस तक टिकैत परिवार के साथ रहूॅंगा। सिख समाज की पगड़ी को उछालने का काम सरकार ने किया है। 26 जनवरी की घटना पूरी तरह प्लान थी। अगर दिल्ली में किसान का आंदोलन खत्म हो जाता तो किसान 20 साल तक अपनी आवाज नहीं उठा पाता। युवा प्रदेश अध्यक्ष दिगम्बर सिंह ने कहा कि कोई भी बिजली विभाग के अधिकारी किसानों के यहां छापा न मारे। न ही किसानों को दिल्ली जाने से रोका जाए। अगर ऐसा हुआ तो सरकारी कार्यालयों में जिले का किसान भूसा भर देगा।
कर्नाटक और तमिलनाडू के किसान नेताओं ने बिजनौर के किसानों की सराहना की
केटी गंगाधर अध्यक्ष साउंथ इंडिया कोर्डिनेशन कमेटी और चूकि नजउंडा स्वामी कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष भाकियू ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों ने जो लड़ाई शुरू की है उसमें कर्नाटक और तमिलनाडू के किसान भी उनके साथ है। बिजनौर के किसानों ने बहादुरी का काम किया है। इनका प्रयास सराहनीय है।
26 जनवरी की घटना में किसान को फंसाया गया
भाकियू के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह ने कहा कि 67 दिन से किसान दिल्ली में आंदोलन चला रहा है। बरसात हुई ओलावृष्टि हुई लेकिन प्रधानमंत्री ने किसानों की सुध लेना उचित नहीं समझा। उन्होंने कहा कि किसानों का राम तो उनके घर में है, खेत में है, कण कण में है लेेकिन भाजपा नेताओं ने हमारे राम को श्रीराम बनाकर आपको पागल बना दिया।
दास बनना स्वीकार नहीं
भाकियू के जिलाध्यक्ष कुलदीप सिहं ने कहा कि किसान अनुशासन से आंदोलन चला रहा था। किसानों के आंदोलन को लेकर सरकार साजिश रच रही थी। हमें दास बनना स्वीकार नहीं है। अगर सरकार की नियत साफ होती तो समाधान हो गया होता। सरकार सुन ले जमीन हमारी मॉ है, और अगर हमारी जमीन से छेड़छाड़ हुई तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
टैªक्टर ट्रालियों पर तिरंगा बांधकर भारी संख्या में पहुंचा किसान
किसानों की महापंचायत में किसान टैªक्टर ट्रालियों पर तिरंगा झंडा बांधकर महापंचायत में पहुंचे। आईटीआई मैदान पूरी तरह किसानों से भर गया। कई हजार किसान महापंचायत में पहुंचे।
महापंचायत के दौरान सड़कों पर लगा जाम
महापंचायत के दौरान जाम लगा रहा। शहर के मुख्य चौराहों पर भीड़ आने से जाम में फंसकर लोगों को परेशानी से दो चार होना पड़ा।
किसानों के खाने की महापंचायत में हुई व्यवस्था
किसानों की महापंचायत में पहुंचे किसानों के लिए खाने की व्यवस्था की गई। हजारों की संख्या में खाने के पैकेट बनवाकर किसानों को दिए गए।
महापंचायत में इन्होंने रखे विचार
ठाकुर रामौतार सिंह, धर्मवीर सिंह धनकड़, राजेन्द्र पप्पू, मास्टर विजयपाल सिंह, सुरेन्द्र सिंह, मांगेराम त्यागी, राकेश प्रधान, कैलाश लाम्बा आदि ने अपने विचार रखे।
ये रहे मौजूद
युवा प्रदेश अध्यक्ष दिगम्बर सिंह, कुलदीप सिंह जिलाध्यक्ष, अतुल कुमार, दीपक तोमर, नरदेव सिंह, संदीप त्यागी आदि कई हजार किसान मौजूद रहे।
