मरीजों से खाली एल-टू कोविड अस्पताल में अब भी शिफ्टों में चल रही ड्यूटी
तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही। आलम यह है, कि लंबे समय से कोई मरीज न होने के बावजूद जिला अस्पताल स्थित एल-टू डेडिकेटेड...
तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही। आलम यह है, कि लंबे समय से कोई मरीज न होने के बावजूद जिला अस्पताल स्थित एल-टू डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल में लगातार स्टाफ की ड्यूटी लगाई जा रही है। रोजाना तीन शिफ्टों में आकर स्टाफ ड्यूटी करता है। नोडल अफसर के मुताबिक शासन के निर्देश पर कोविड अस्पताल को क्रियाशील रखा जा रहा है।
गौरतलब है, कि जिला अस्पताल में एल-टू डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल बना है। यहां पर 98 बैड हैं। एक समय था, जबकि यहां रोजाना कोविड मरीज भरे रहते थे और यहां के आईसीयू में भी वेंटिलेटर पर गंभीर मरीज भर्ती रहते थे, लेकिन दूसरी लहर का प्रकोप शांत होने के साथ ही लंबे समय से यहां कोई मरीज भर्ती नहीं है। इसके बावजूद इस खाली अस्पताल में रोजाना स्टाफ की ड्यूटी लगाई जाती है। तीन शिफ्टों में मिलाकर करीब 18 लोग यहां खाली अस्पताल में ड्यूटी करते हैं। इनमें स्टाफ नर्स, फार्मेसिस्ट, वार्ड ब्वॉय व स्वीपर भी रहते हैं। डॉक्टर ऑन काल बुलाने की व्यवस्था तो रखी ही गयी है, इसके अलावा जिला अस्पताल की इमरजेंसी में एक चिकित्सक मौजूद रहता ही है। तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी में इस अस्पताल को क्रियाशील रखा जा रहा है। नोडल अफसर कोरोना एसीएमओ डा. पीआर नायर स्वयं औचक निरीक्षण कर स्टाफ की ड्यूटी चेक भी करते रहते हैं।
यह ठीक है, कि काफी समय से जिला अस्पताल स्थित एल-टू हॉस्पिटल में कोई कोविड मरीज नहीं है। इसके बावजूद शासन के निर्देश पर अस्पताल को क्रियाशील रखा जा रहा है। नियमित स्टाफ की ड्यूटी लगती है। संभावित तीसरी लहर अगर आती है तो पूरी तैयारी है।
डॉ. पीआर नायर, नोडल अफसर, कोरोना