नजीबाबाद में छूट मिलने के बाद सड़कों पर बढ़ी भीड़
तासरकार ने लोगों को राहत देने के लिए अनलाक-01 की घोषणा करते हुए छूट क्या दी लोगों ने इसका दुरुपयोग करना शुरू कर दिया। ना तो सोशल डिस्टेंसिंग दिखाई दे रही है और ना ही गाइड लाइन का अनुपालन होता दिख रहा...
सरकार ने लोगों को राहत देने के लिए अनलाक-01 की घोषणा करते हुए छूट क्या दी लोगों ने इसका दुरुपयोग करना शुरू कर दिया। ना तो सोशल डिस्टेंसिंग दिखाई दे रही है और ना ही गाइड लाइन का अनुपालन होता दिख रहा है।
पुलिस का रुख भी कुछ नरम हो गया है।
तो क्या देश में कोविड-19 के संक्रमण का खतरा समाप्त हो गया है? देश भर में नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए सरकार की ओर से चार बार लाकडाउन किया गया। लॉकडाउन के पांचवे चरण को अनलाक-01 का नाम देते हुए सरकार ने काफी छूट प्रदान कर दी हैं। सरकार की ओर से अनलाक-01 में दी गयी गाइड लाइन का पालन नहीं किया जा रहा है। लोग वायरस के संक्रमण को दावत देते नजर आ रहे हैं। सरकार ने देश में काफी पीछे चली गयी अर्थ व्यवस्था को गति देने के उद्देश्य से शायद लाकडाउन में छूट दी है और अनलाक-01 में देशवासियों को विभिन्न सावधानियां बरतने की सलाह दी है। हालांकि इसके बावजूद लोग सरकार की गाइडलाइन को हवा में उड़ा रहे हैं। जिस ओर भी सड़कों पर नजर जाती है। छोटे-बड़े वाहन दौड़ते नजर आते हैं और साथ ही लोगों की भीड़ भी दिखायी देती है। लोगों ने जमकर सरकार की ओर से अनलाक-01 में दी गयी इस छूट का दुरुपयोग करना शुरू कर दिया। बाजारो में भीड़ बढ़ने से कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ रहा है। लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नजर नहीं आ रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि जहां सरकार ने अनलाक-01 के रूप में कुछ शर्तों के साथ बाजार खोलने की छूट और वाहनों को देश भर में एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश तक कहीं भी जाने की खुली छूट दे दी है, वहीं इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि अप्रत्यक्ष रूप से सरकार ने कोरोना के संक्रमण को भी दावत दे दी है। इसका स्पष्ट उदाहरण उन आंकड़ों से मिल जाता है, जिनमें कि अनलाक-01 के दौरान मिली छूट के बाद सभी जगह कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में अचानक उछाल आया है। लोगों का कहना है कि शायद देश भर में लोगों की सोच बन गयी है कि सरकार की अनसुनी करों और अपनी ही मनमानी करो।