शहर के बाहरी छोर से लेकर पंचायत स्थल तक रही चाक चौबंद व्यवस्था
किसानों की महापंचायत को लेकर पुलिस ने चाक चौबंद इंतजाम किए थे। शहर के बाहरी छोर से लेकर पंचायत स्थल तक 40 प्वाइंटों पर पुलिस की टुकड़ियां तैनात...

किसानों की महापंचायत को लेकर पुलिस ने चाक चौबंद इंतजाम किए थे। शहर के बाहरी छोर से लेकर पंचायत स्थल तक 40 प्वाइंटों पर पुलिस की टुकड़ियां तैनात रहीं। फोर लेयर सुरक्षा घेरा तैयार किया गया था। पुलिस ने किसानों की भीड़ पर ड्रोन से नजर बनाए रखी। खासकर जाम से बचने के लिए पुलिस ने व्यवस्था बनाई।
सोमवार को राजकीय आईटीआई मे मैदान में किसानों की महापंचायत हुई। इसकी सुरक्षा व्यवस्थाओं का खाका पुलिस ने पहले ही तैयार कर लिया था। बिजनौर शहर को चार सेक्टरों में बांटा गया था। हर सेक्टर की जिम्मेदारी अलग अलग अफसरों को दी गई थी। पुलिस पहला घेरा शहर के बाहरी छोर पर स्थित चौराहों और सड़कों पर रहा। दूसरा घेरा शहर के अंदर विभिन्न चौराहों पर बनाया गया। पुलिस की मुस्तैदी का तीसरा स्तर आईटीआई कॉलेज के पास रहा। लगभग चालीस प्वाइंटों पर पुलिस की तैनाती गई। बीस जगहों पर इंस्पेक्टर पुलिस की टीम को लीड कर रहे थे।
सुरक्षा व्यवस्थाओं को मजबूत बनाने के लिए सवेरे ही पुलिस अधीक्षक डा. धर्मवीर सिंह ने पुलिस टीमों को ब्रीफ किया। इसके बाद एएसपी सिटी डा. प्रवीण रंजन सिंह, एएसपी देहात संजय कुमार, एएसपी यातायात अनित कुमार और दस सीओ के निर्देशन में पुलिस टीमें मुस्तैद रही।
आईजी रमित शर्मा भी किसान पंचायत को लेकर जिले में ही डेरा डाले रहे। सुरक्षा को मजबूत करने के लिए अमरोहा, मुरादाबाद और रामपुर से भी पुलिस अफसरों और पुलिस की टीमों को बुलाया गया था। करीब एक हजार पुलिस कर्मी व्यवस्था में मुस्तैद रहे। इसके अलावा दो कंपनी पीएसी तैनात की गई। ग्राम चौकीदारों को भी पंचायत स्थल के आस पास लगाया गया था। पुलिस ने ड्रोन से किसानों की भीड़ और सड़कों के हालात पर नजर बनाए रखी। सीओ सिटी कुलदीप गुप्ता पंचायत स्थल पर मौजूद रहे जबकि, आईटीआई के गेट पर प्रभारी निरीक्षक लव सिरोही अपनी टीम के साथ मुस्तैद रहे।
जाम से निपटने पर रहा जोर
शहर के बाहर पुलिस की मुस्तैदी ट्रैफिक व्यवस्था पर रही। शहर को जाम से बचाने के लिए बड़ वाहनों को एंट्री नहीं दी गई। सिर्फ बसों को ही शहर में आने की अनुमति थी। इसके अलावा शहर में भी ट्रैफिक पर पुलिस ने नजर बनाए रखी। हालांकि नगीना रोड पर दो किलोमीटर तक वाहनों का रैला लग गया था।
