लोकसभा चुनाव में हार के बाद सीएम योगी का बड़ा एक्शन, ज्यादातर जिलों के प्रभारी मंत्री बदले
लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद से सीएम योगी ने बड़ा एक्शन लिया है। यूपी के ज्यादातर जिलों के प्रभारी मंत्रियों को बदल दिया गया है। गुरुवार की शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सभी मंत्रियों की बैठक भी बुलाई थी। इसी बैठक के बीच ही यह फैसला लिया गया है।
लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद पहली बार यूपी में भाजपा ने बड़ा एक्शन लिया है। यूपी ज्यादातर जिलों के प्रभारी मंत्रियों को बदल दिया गया है। गुरुवार की शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सभी मंत्रियों की बैठक भी बुलाई थी। इसी बैठक के बीच ही यह फैसला लिया गया है। लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन और आने वाले उपचुनाव को देखते हुए प्रभारियों का बदलाव किया गया है। मुख्यमंत्री खुद और दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक 25-25 जिलों का प्रभार देखेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार शाम अपने पांच कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास पर मंत्रिपरिषद के सहयोगियों संग महत्वपूर्ण बैठक की। सुरेश खन्ना, स्वतंत्रदेव सिंह, जयवीर सिंह, योगेंद्र उपाध्याय, असीम अरुण सहित कई मंत्रियों को महत्वपूर्ण जिलों का काम दिया गया है जबकि कुछ मंत्रियों को बड़े जिलों से हटाकर छोटे जिलों का प्रभार दिया गया है। तीनों सहयोगी दलों के प्रमुखों को एक-एक जिले का प्रभार दिया गया है।
सूर्यप्रताप शाही को अयोध्या व आजमगढ़ की जगह अब अयोध्या और बहराइच का प्रभारी मंत्री बनाया गया है। सुरेश खन्ना गोरखपुर व लखनऊ की जगह अब लखनऊ के साथ वाराणसी, स्वतंत्रदेव सिंह प्रयागराज व बांदा की जगह गोरखपुर व प्रयागराज का प्रभार देखेंगे। बेबीरानी मौर्य को झांसी व कानपुर देहात की जगह अब झांसी व हाथरस, लक्ष्मीनारायण चौधरी को अलीगढ़ व इटावा के स्थान पर अलीगढ़-कासगंज, जयवीर सिंह को वाराणसी-बरेली की जगह आगरा और फर्रुखाबाद की जिम्मेदारी दी गई है।
धर्मपाल सिंह मेरठ व संभल की जगह मेरठ-उन्नाव, नंदगोपाल गुप्ता नंदी मिर्जापुर-कानपुर नगर की जगह अब मिर्जापुर-बांदा के प्रभारी मंत्री होंगे। अनिल राजभर गोंडा व मऊ की जगह आजमगढ़-सिद्धार्थनगर, राकेश सचान बस्ती-फतेहपुर के स्थान पर रायबरेली-बलरामपुर, अरविंद कुमार शर्मा आगरा-सिद्धार्थनगर की जगह जौनपुर-भदोही, योगेंद्र उपाध्याय सहारनपुर-फर्रुखाबाद की जगह कानपुर नगर-फिरोजाबाद का प्रभारी मंत्री बनाया गया है।
सहयोगियों और नये मंत्रियों को एक-एक जिला
आशीष पटेल को लखीमपुर खीरी व सुल्तानपुर की जगह बस्ती, संजय निषाद को बहराइच-औरैया के स्थान पर कानपुर देहात का प्रभारी मंत्री बनाया गया है। नये मंत्रियों में ओमप्रकाश राजभर को सुल्तानपुर, दारा सिंह चौहान को गोंडा, सुनील कुमार शर्मा को सहारनपुर, अनिल कुमार को मुरादाबाद जिले का प्रभार दिया गया है।
कई स्वतंत्र प्रभार मंत्रियों का प्रभार यथावत
स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्रियों में नितिन अग्रवाल को प्रतापगढ़-बलरामपुर की जगह लखीमपुर खीरी-श्रावस्ती, कपिलदेव अग्रवाल को बिजनौर-हापुड़ और रवींद्र जायसवाल को सोनभद्र-गाजीपुर का प्रभार यथावत रखा गया है। संदीप सिंह को मथुरा-कासगंज की जगह मथुरा-एटा, गुलाबदेवी को बदायूं, गिरीशचंद्र यादव को अंबेडकर नगर-अमेठी की जगह मऊ-अंबेडकर नगर, धर्मवीर प्रजापित को जालौन की जगह इटावा-संभल, असीम अरुण को गाजियाबाद-हाथरस की जगह गाजियाबाद-हरदोई, जेपीएस राठौर को रामपुर-हरदोई की जगह बरेली-रामपुर, दयाशंकर सिंह को उन्नाव-देवरिया की जगह प्रतापगढ़-देवरिया, नरेंद्र कश्यप को शाहजहांपुर-चित्रकूट की जगह शाहजहांपुर-मैनपुरी, दिनेश प्रताप सिंह को जौनपुर-महोबा की जगह कुशीनगर-कौशांबी, अरुण कुमार सक्सेना को बुलंदशहर, दयाशंकर मिश्र दयालु का बलिया-महराजगंज जिलों का प्रभार दिया गया है।
कई राज्यमंत्रियों के प्रभार में भी बदलाव
राज्यमंत्रियों में दिनेश प्रताप सिंह को सीतापुर, दिनेश खटीक को शामली, संजीव गौड़ को चंदौली, बल्देव औलख को पीलीभीत, अजीत पाल सिंह को फतेहपुर, जसवंत सैनी को बागपत, रामकेश निषाद को हमीरपुर, मनोहरलाल मन्नू कोरी को चित्रकूट, संजय गंगवार को जालौन, बृजेश सिंह को गौतमबुद्धनगर, केपी मलिक को अमरोहा, सुरेश राही को बाराबंकी, सोमेंद्र तोमर को मुजफ्फरनगर, प्रतिभा शुक्ला को औरैया, राकेश राठौर गुरू को महोबा, रजनी तिवारी को कन्नौज, सतीश शर्मा को अमेठी, दानिश आजाद अंसारी को ललितपुर, विजयलक्ष्मी गौतम को संतकबीरनगर के प्रभारी मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है।
जिलों का प्रभार बदलकर और सशक्त बनाई गई टीम : शाही
कृषि एवं कृषि शिक्षा मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने गुरुवार को मंत्रियों के जिलों का प्रभार बदले जाने को बेहतर कदम बताते हुए कहा कि इससे नए जिलों में और बेहतर काम करने का अवसर प्राप्त होगा। सांगठनिक हो या सरकारी कार्य सभी को नये प्रभार वाले मंत्री नए दृष्टिकोण और नई ऊर्जा के साथ काम कर सकेंगे। लगातार एक ही जिले में काम करने से कई बार जड़ता की स्थिति हो जाती है, वह समाप्त होगी और सभी मंत्री अपने नये प्रभार वाले जिले में बेहतर कार्य कर सकेंगे। बकौल श्री शाही, बैठक में मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को उपयोगी मार्गदर्शन भी दिया और जनता से सीधा संवाद करने व उनकी समस्याओं का समाधान कराने के भी निर्देश दिए हैं।
यह भी निर्देश दिए
-स्वच्छता अभियान में 17 से 2 अक्तूबर तक मंत्री अपने-अपने प्रभार वाले क्षेत्रों में रहेंगे
-सरकार द्वारा किए जा रहे कामों को जनता के बीच मजबूती के साथ पहुंचाएं
-योजनाओं का लाभ पात्रों का मिल रहा है या नहीं इसे भी देखा जाएगा
-उपचुनाव वाले क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार पर विशेष ध्यान दिया जाए।
-चुनाव जीतने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं
-महीने में एक दिन प्रभार वाले क्षेत्रों को देना होगा।
-संगठन और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठकें करें।
-जनता की समस्याओं पर चर्चा करें।
-सरकार की योजनाओं का पूरा लाभ जनता को दिलाएं
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