थमी बारिश तो मिली राहत, उमस ने किया बेचैन
बारिश थमने से लोगों ने राहत की सांस तो ली है, लेकिन उमस भरी गर्मी का प्रकोप बढ़ गया है। आसमान में काले मेघ छाए रहने से तल्ख धूप से थोड़ी राहत है। जबकि उमस भरी गर्मी से लोग बेचैन हो जा रहे हैं। ऐसे...
बारिश थमने से लोगों ने राहत की सांस तो ली है, लेकिन उमस भरी गर्मी का प्रकोप बढ़ गया है। आसमान में काले मेघ छाए रहने से तल्ख धूप से थोड़ी राहत है। जबकि उमस भरी गर्मी से लोग बेचैन हो जा रहे हैं। ऐसे में बेतहासा हो रही बिजली कटौती जख्म में नमक छिड़कने का काम कर रहा है।
हर तरफ हुए जलजमाव से मच्छरों की भरमार हो गई है, जिससे संक्रामक बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है। नगर पंचायत ज्ञानपुर समेत आसपास के ग्रामीण अंचलों में जलजमाव का आलम बना हुआ है। गड्डों में जमा दूषित पानी से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। शाम ढलते ही मच्छरों का आतंक इतना बढ़ जा रहा है कि घर के बाहर बैठना तक दुभर हो जा रहा है। ऐसे में बेतहासा हो रही बिजली कटौती से लोग रातों की नींद व दिन का चैन गंवा चुके हैं। नगर के गली व मुहल्लों में जमा पानी जैसे-जैसे सूख रहा है, वैसे-वैसे लोगों की दिक्कतें कम हो रही है। बरसात के पानी से लबालब धान का भरा खेत देख किसानों की खूशी थामें नहीं थम रही है। कृषकों की माने तो मौसम इसी तरह साथ देता रहा तो धान की अच्छी पैदावार होगी। जबकि बाजरा, उर्द, मूंग, ज्वार व तिल फसल के लिए बरसात विलेन साबित हुआ है।
निरंतर चल रही बरसात से किसान इन फसलों की खेती नहीं कर पाए हैं। सिवान में सिर्फ धान का फसल देखा जा रहा है। जिन खेतों में धान नहीं लगा है वह खेत परती ही नजर आ रहा है। आए दिन हो रहे मौसम परिवर्तन से संक्रामक बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है। महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल में सुबह ओपीडी खुलने के पूर्व ही मरीजों की लंबी कतार लग जा रही है। ओपीडी के बाहर मरीजों का तांता देख चिकित्सक हलकान रह जा रहे हैं। इन दिनों सेहत के प्रति थोड़ी सी लापरवाही लोगों को अस्पताल पहुंचा दे रही है।