दर्जनों स्थानों पर कच्चे मकान जमींदोज, जगह-जगह जलजमाव
दर्जनों स्थानों पर कच्चे मकान जमींदोज, जगह-जगह जलजमाव
सावन व भादो में नाराज काले मेघों ने कालीन नगरी में महज तीन दिन में ही भीषण बरसात की। शुक्रवार से रविवार सुबह तक जिले में 657 एमएम बारिश हुई। रविवार को दोपहर में बरसात का क्रम थमा और भाष्कर ने कई दिन बाद दर्शन देकर राहत दी। लेकिन कच्चे मकानों के गिरने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। शहर से लेकर गांवों में अभी भी जल भराव की नौबत देखी जा रही है। उधर, राजस्व विभाग हुए नुकसान के आंकड़े में जुटा हुआ है।
बता दें कि जिले में करीब 20 दिनों से रुक रुक कर बरसात का क्रम बना हुआ है। इस बीच, गुरुवार की शाम से जोरदार बरसात का आगाज हुआ, जो रविवार को दोपहर तक बना रहा। दोपहर बाद बारिश का क्रम थमने पर लोगों ने राहत की सांस ली। भदोही शहर के स्टेशन रोड समेत दर्जनों मोहल्लों में जल भराव की नौबत अभी भी बनी हुई है। ज्ञानपुर, गोपीगंज, औराई, माधोसिंह, घोसिया, खमरिया, नईबाजार, पिपरी, चौरी, महजूदा, सुरियावां, दुर्गागंज समेत जनपद के सभी बाजारों व गांवों में समस्या बनी हुई है। इसके कारण आम जन मानस का जीना दुश्वार हो गया है। समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।
ज्ञानपुर तहसीलदार देवेंद्र कुमार यादव ने बताया कि शुक्रवार को 260 एमएम, शनिवार को 180 तथा रविवार की सुबह नौ बजे तक 217 एमएम समेत कुल 657 एमएम बरसात दर्ज की गई है। कहा कि गंगा का जल स्तर स्थिर है। वरुणा व मोरवा में बरसात का पानी जाने के बाद वे उफान पर है, लेकिन कहीं नुकसान की जानकारी नहीं है।
आंकड़े जुटाने का दिया गया है निर्देश: डीएम
भदोही। जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि मौसम की मार से हुए नुकसान की मैं खुद निगरानी कर रहा हूं। राजस्व कर्मियों की फौज गांवों में भेजी गई है। कच्चे घरों के गिरने का आंकड़ा मंगाया गया है, ताकि लोगों को सरकारी मदद दी जा सके। कहा कि अभी तक एक दर्जन मकान गिरने की जानकारी है, शेष की जानकारी मांगी गई है। आपदा में मृत लोगों की त्वरित मदद का तहसीलदारों को आदेश दिया गया है। जिन लोगों को घरों में पानी लगा हुआ है, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर करने के साथ ही भोजन आदि के इंतजाम किए जा रहे हैं।