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स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ समझी जाने वाली आशा बहुएं हुई कमजोर

आशा बहुओं के प्रोत्साहन राशि के स्थान पर र्निधारित मानदेय के लिए नगर स्थित कबूतरनाथ मंदिर पर उत्तर प्रदेश आशा संघ संविदा कर्मचारियों की बैठक मंगलवार को हुई। इसमें विभिन्न समस्याओं को लेकर आशा बहुओं...

स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ समझी जाने वाली आशा बहुएं हुई कमजोर
गोपीगंज। हिन्दुस्तान संवाद Tue, 25 Sep 2018 09:02 PM
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आशा बहुओं के प्रोत्साहन राशि के स्थान पर र्निधारित मानदेय के लिए नगर स्थित कबूतरनाथ मंदिर पर उत्तर प्रदेश आशा संघ संविदा कर्मचारियों की बैठक मंगलवार को हुई। इसमें विभिन्न समस्याओं को लेकर आशा बहुओं ने चर्चा की।

इस दौरान मंत्री विजेता सिंह ने कहा कि शासन 120 दिनों में आशा बहुओं को वेतन दिए जाने की घोषणा की थी, लेकिन आज तक उस पर अमल नहीं किया जा सका हैं। प्रोत्साहन राशि के स्थान पर नश्चिति राशि किए जाने को लेकर शासन से आवश्यक कदम उठाने की मांग की। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ समझी जाने वाली आशा खुद ही कमजोर औरं निराश्रित हो गई हैं। अब भी अगर  केंद्र  व प्रदेश सरकार हमारा मानदेय नही बढ़ाती है तो हमारी मांगों को नहीं सुनते हैं तो आने वाले चुनाव में आशा बहने मतदान का बहष्किार करेंगी। अधिकारों की लड़ाई के लिए मैदान में उतरी आशा बहुएं अब शांत बैठने वाली नहीं हैं। इस मौके पर सुमन बरनवाल, गीता देवी, साजिदा बेगम, जिलाध्यक्ष मीनू गुप्ता, सुमन तिवारी आदि मौजूद रहीं। 

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