ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशहिन्दुस्तान मिशन शक्ति : खुद साक्षर बनें, दूसरों की भी मदद करें

हिन्दुस्तान मिशन शक्ति : खुद साक्षर बनें, दूसरों की भी मदद करें

सपनों को पूरा करने के लिए कठिन परिश्रम जरूरी है। इसके लिए मन लगाकर पढ़ाई करना पड़ेगा। कौन क्या कहता है, क्या सोचता है, इसकी चिंता कदापि न...

सपनों को पूरा करने के लिए कठिन परिश्रम जरूरी है। इसके लिए मन लगाकर पढ़ाई करना पड़ेगा। कौन क्या कहता है, क्या सोचता है, इसकी चिंता कदापि न...
1/ 4सपनों को पूरा करने के लिए कठिन परिश्रम जरूरी है। इसके लिए मन लगाकर पढ़ाई करना पड़ेगा। कौन क्या कहता है, क्या सोचता है, इसकी चिंता कदापि न...
सपनों को पूरा करने के लिए कठिन परिश्रम जरूरी है। इसके लिए मन लगाकर पढ़ाई करना पड़ेगा। कौन क्या कहता है, क्या सोचता है, इसकी चिंता कदापि न...
2/ 4सपनों को पूरा करने के लिए कठिन परिश्रम जरूरी है। इसके लिए मन लगाकर पढ़ाई करना पड़ेगा। कौन क्या कहता है, क्या सोचता है, इसकी चिंता कदापि न...
सपनों को पूरा करने के लिए कठिन परिश्रम जरूरी है। इसके लिए मन लगाकर पढ़ाई करना पड़ेगा। कौन क्या कहता है, क्या सोचता है, इसकी चिंता कदापि न...
3/ 4सपनों को पूरा करने के लिए कठिन परिश्रम जरूरी है। इसके लिए मन लगाकर पढ़ाई करना पड़ेगा। कौन क्या कहता है, क्या सोचता है, इसकी चिंता कदापि न...
सपनों को पूरा करने के लिए कठिन परिश्रम जरूरी है। इसके लिए मन लगाकर पढ़ाई करना पड़ेगा। कौन क्या कहता है, क्या सोचता है, इसकी चिंता कदापि न...
4/ 4सपनों को पूरा करने के लिए कठिन परिश्रम जरूरी है। इसके लिए मन लगाकर पढ़ाई करना पड़ेगा। कौन क्या कहता है, क्या सोचता है, इसकी चिंता कदापि न...
हिन्दुस्तान टीम,भदोहीThu, 14 Jan 2021 03:03 AM
ऐप पर पढ़ें

भदोही । सपनों को पूरा करने के लिए कठिन परिश्रम जरूरी है। इसके लिए मन लगाकर पढ़ाई करना पड़ेगा। कौन क्या कहता है, क्या सोचता है, इसकी चिंता कदापि न करें। खुद शिक्षित, साक्षर व हुनरमंद बनने के साथ ही दूसरों की भी मदद करें। उक्त बातें ज्ञानपुर नगर स्थित काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बुधवार को आयोजित ‘हिन्दुस्तान मिशन शक्ति अभियान के दूसरे चरण के छठवीं शृंखला में तीन शख्सियत ने समझाईं। एक घंटे से अधिक समय तक चले कार्यक्रम में छात्राओं ने अपनी शंकाएं साझा कीं।

महाविद्यालय में दोपहर 12 बजे से आयोजित कार्यक्रम में इन शख्सियतों ने छात्राओं से कहा कि आपके पास हुनर, ज्ञान, शक्ति को पाने की कमी नहीं है, साथ ही दृढ़ इच्छा शक्ति भी। ऐसे में खुद मुकाम हासिल करें और समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाएं। छात्रा मानसी ने घेरलू हिंसा रोकने केलिए क्या करना चाहिए प्रश्न पूछा। इसी तरह कुमारी आलोचना ने बाल विवाह, नेहा, कौशिक, कोमल मौर्य, रागिनी, सुनीता ने बेटी सुरक्षा के बारे में प्रश्न पूछा। जिसका उत्तर पैनलिस्ट की महिलाओं ने दिया। प्राचार्य डा. पीएन डोंगरे ने कहा कि बेटियों को लेकर सोच बदली है। आपके पढ़ने का मतलब सिर्फ शादी नहीं है। बल्कि खुद को नौकरी, कारोबार व स्वरोजगार के क्षेत्र में साबित करें। अब तो सरकारें मदद को हाथ बढ़ाएं खड़ी हैं। साथ ही समाज की सोच भी बेटियों को लेकर बदली है।

अवसर का लाभ उठाते हुए नया मुकाम बनाए: रेखा

भदोही। समाजसेवी रेखा रानी ने कहा कि पढ़ लिखकर अपने ज्ञान से दूसरों को लाभांवित कराएं। मन के डर को दूर कर अवसरों का लाभ उठाइए और जिंदगी में नया मुकाम बनाइए। बताया कि उनके दौर में बेटियों को शिक्षित करने की प्रथा न के बराबर थी। लेकिन गांव से शहर व नगर में आकर उच्च शिक्षा हासिल किया। गांवों में महिलाओं को उत्पीड़न देखा इतना ही नहीं बेटियों को लेकर अभिभावकों सोच पुरानी थी। जागरूकता कार्यक्रम चलाने के साथ ही बेटियों की शिक्षा को लेकर लंबा संघर्ष किया।

संकल्प संग मन में लें ठान, मिलेगी सफलता: डॉ. सविता

समाजसेवी डॉ. सविता द्विवेदी ने कहा कि प्रतिभा को पहचान कर कैरियर का चुनाव करें। अध्ययनकाल का समय जीवन का महत्वपूर्ण समय होता है, यहां पर की गई गलतियां जीवन भर पछतावा देती हैं। बिना भय व दबाव के पढ़ाई करें, जो सोचा है, वह जरुर मिलेगा। अब तो सरकारें भी छात्राओं की मदद कर रही हैं। कन्या सुमंगला योजना के साथ ही छात्रवृत्ति भी दी जा रही है। इतना ही नहीं, आपकी मदद को कई हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है, जरुरत पड़ने पर उसकी मदद लें सकती हैं।

उत्पीड़न व बाल विवाह पर आवाज करें मुखर: रईसा

समाजसेवी रईसा बानो ने कहा कि महिलाओं का आज बाहर से अधिक घर में उत्पीड़न होता है। इसे लेकर आप को मुखर होना होगा। ऐसी घटनाओं को देखने के बाद उनकी मदद को जो जज्बा मन में बना, उसी के कारण समाजसेवा को चुना। दहेज उत्पीड़न, बाल विवाह आदि का विरोध करें। प्रदेश सरकार की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत करने पर आपका नाम व पता गोपनीय रखा जाता है। खान-पान के साथ ही खुद की रक्षा के लिए मार्शल आर्ट आदि का जरूर प्रशिक्षण लें।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें